रतनी.
वभना-शकुराबाद मुख्य मार्ग स्थित आलमपुर व छोटकी चैनपुरा में एक ही स्कॉर्पियो गाड़ी के चपेट में आने से तीन लोगों के गंभीर रूप से घायल होने के बाद इलाज के क्रम में एक महिला सहित दो लोगों की मौत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, गांव में जहां मातमी सन्नाटा पसर गया. वहीं घर के परिजनों का रो-रो कर हाल-बेहाल हो रहा था. बताया जाता है कि दोनों मृतक अगल-बगल के पड़ोसी थे. कुछ देर के अंतराल पर जैसे ही दोनों शव गांव पहुंची, गांव में चीत्कार मच गया. मालूम हो कि अरवल जिले के कुर्था प्रखंड में पदस्थापित श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी प्रवीण कुमार जहानाबाद से अपने स्कॉर्पियो पर सवार होकर कुर्था प्रखंड मुख्यालय जा रहे थे. जैसे ही आलमपुर गांव के समीप उनकी स्कॉर्पियो गाड़ी पहुंची तेज रफ्तार के शिकार हो गये और मोटरसाइकिल से जा टकरायी. मोटरसाइकिल पर सवार छोटकी चैनपुरा गांव निवासी विक्रम मांझी व करण मांझी गंभीर रूप से घायल हो गये. हालांकि आनन फानन में परिजन व स्थानीय लोगों ने दोनों को इलाज के लिए जहानाबाद सदर अस्पताल भेजा, जहां विशेष इलाज के लिए करण को पटना रेफर कर दिया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. इधर मोटरसाइकिल में धक्का मारने के बाद स्कॉर्पियो तेज रफ्तार से भाग रही थी कि जैसे ही छोटकी चैनपुरा गांव पहुंची वैसे ही बिजली के पोल में जोरदार टक्कर मारी और वहां पर खड़ी एक महिला को भी कुचल दी, जहां इलाज के क्रम में घायल महिला हेमंती देवी की भी मौत हो गयी. जिस रफ्तार से गाड़ी जा रही थी, पोल में सटते ही गाड़ी पूरी तरह नच गयी तथा पोल के टुकड़े-टुकड़े हो गये. कुछ देर के लिए वहां पर खड़े लोग भी अवाक रह गये और लोगों के भीड़ के शिकार चालक बन गया. हालांकि गनीमत अच्छी रही की भीड़ ने समझदारी से उसे पेड़ में बांधकर बंधक बना लिया और उसकी थोड़ी- बहुत पिटाई भी कर दी. हालांकि आक्रोशित ग्रामीणों के शिकार श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी भी हो गये, उन्हें भी भीड़ ने घेर कर पीट दिया.अगर समय रहते पुलिस नहीं पहुंचती तो हो सकती थी बड़ी घटना :
गनीमत अच्छी रही कि जैसे ही परसबिगहा थानाध्यक्ष को दुर्घटना की जानकारी मिली उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए 112 नंबर की गाड़ी को चैनपुरा रवाना किया. वहीं खुद अपने गाड़ी से छोटकी चैनपुरा पहुंच गये जिसके कारण चालक की जान बच गयी. वहीं अपने को असहज महसूस कर रहे श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को जैसे ही पुलिस पर नजर पड़ी, उनको भी थोड़ा सुकून मिला. हालांकि पुलिस ने तुरंत चालक व श्रम पदाधिकारी को इलाज के लिए शकुराबाद अस्पताल भेजा और वहां से थाने पर रवाना कर दिया. इधर ग्रामीणों को जैसे ही जानकारी मिली कि घायल तीन में से दो की मौत हो गयी है, ग्रामीण आक्रोशित हो गये. हालांकि इसी बीच शकुराबाद व नगर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गये जिसके कारण ग्रामीण शांत रह गये.शव पहुंचते ही घर में मचा हाहाकार :
जैसे ही दोनों घायल का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव में पहुंच, गांव में हाहाकार मच गया. वहां पर खड़े लोगों की आंखें नम हो रही थी. एक साथ दो शव को आते ही घटनास्थल पर खड़े लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे थे. उन लोगों का कहना था कि अगर चालक भागने का प्रयास नहीं करता तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती. इसे संयोग कहें या ईश्वर की करिश्मा कि आलमपुर में भी छोटकी चैनपुरा के ही मोटरसाइकिल सवार दो लोग को धक्का मार कर भाग रहे स्काॅर्पियो ने छोटकी चैनपुरा गांव में ही आकर एक और लोगों को मौत की नींद सुला दी. हालांकि संवाद प्रेषण तक परसबिगहा थाने की पुलिस दल-बल के साथ मौजूद रही. वहीं शव की अंतिम प्रक्रिया परिजनों व ग्रामीणों के द्वारा की जा रही थी. हालांकि ग्रामीणों द्वारा किसी भी तरह का व्यवधान उत्पन्न नहीं किया जाये, इसके लिए पुलिस गंभीर बनी रही.टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि हवा में उछल गयी बाइक : रतनी.
परसबिगहा थाना क्षेत्र के आलमपुर गांव के समीप हुई स्कॉर्पियो व मोटरसाइकिल की टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि हवा में उछल गयी बाइक. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस समय टक्कर हुई, उस समय मोटरसाइकिल हवा में उछल गयी और सड़क किनारे मोटरसाइकिल फेंका गया. वहीं उस पर सवार करण मांझी भी सात से आठ फीट हवा में ऊपर जाकर जमीन पर गिरा, जिसके कारण उसके सिर में गंभीर चोटें आयी. वहीं त्वरित इलाज की सुविधा नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है