जहानाबाद.
जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल वाणावर स्थित श्रावणी मेला के दौरान लगे ड्यूटी में कोताही बरतने वाले जिले के और नौ होमगार्ड के जवान पर गाज गिरी है. वाणावर स्थित बाबा सिद्धेश्वरनाथ मंदिर में पूजा के क्रम में भगदड़ के दौरान आठ श्रद्धालुओं की हुई मौत के मामले में जिन गृहरक्षकों पर कार्रवाई की गयी है, उनसे ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में स्पष्टीकरण पूछा गया था, जिसमें संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई हुई है. एसपी अरविंद प्रताप सिंह के निर्देश पर हुई कार्रवाई में विभिन्न जगहों पर ड्यूटी में तैनात गृहरक्षक प्रमोद कुमार, पुरुषोत्तम कुमार, राकेश कुमार, कर्पूरी ठाकुर समेत नौ होमगार्ड के जवान पर कार्रवाई की गयी है. पदाधिकारी की जांच के क्रम में दोषी पाये जाने पर गृहरक्षकों को चार महीने के लिए कार्य से मुक्त किया गया है. होमगार्ड जवान के जिला समादेष्टा प्रभा कुमारी ने कार्रवाई की पुष्टि की है. उन्होंने बताया है कि जिन जवानों पर कार्रवाई की गयी है, उन लोगों से ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में स्पष्टीकरण पूछा गया था, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला, जिसके बाद उक्त कार्रवाई की गयी है.पूर्व में वाणावर थानाध्यक्ष समेत 11 पुलिस कर्मी हो चुके हैं निलंबित :
बताते चलें कि वाणावर स्थित बाबा सिद्धेश्वरनाथ मंदिर में पूजा के दौरान हुई भगदड़ में आठ श्रद्धालुओं की मौत मामले में वाणावर थानाध्यक्ष समेत 11 पुलिसकर्मी को पूर्व में निलंबित किया गया था. एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने 12 अगस्त की रात्रि में वाणावर पहाड़ स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में घटित घटना की जांच के लिए गठित समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने पर कार्रवाई की गयी थी. जांच समिति से प्राप्त रिपोर्ट में कर्तव्य में शिथिलता बरतने वाले पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों के प्रारंभिक जांच एवं घटना के तुरंत बाद राहत एवं बचाव कार्य में पुलिस बल द्वारा की गई प्रतिक्रिया की समीक्षा की गयी थी. समीक्षा के आधार पर पुलिस पदाधिकारी ने जिला बल के सिपाहियों बीएसएपी एवं वीएचजी द्वारा कर्तव्य निर्वहन में शिथिलता बरतने में कुल 48 व्यक्तियों से स्पष्टीकरण की मांग की गयी. कारण बताओ नोटिस में पुलिस पदाधिकारी में एक पुलिस निरीक्षक, सात पुलिस अवर निरीक्षक, चार पुलिस सहायक अवर निरीक्षक, एक हवलदार, 26 सिपाही एवं नौ गृहरक्षक शामिल थे. प्राप्त प्रतिवेदन के आरोप में पूर्व में 11 पुलिस पदाधिकारी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध स्पष्टीकरण मांग करने के बाद निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू की गई थी. निलंबित किए जाने वाले में वाणावर के थानाध्यक्ष सह पुलिस अवर निरीक्षक शैलेश कुमार शाह के अलावे तीन पुलिस अवर निरीक्षक, एक पुलिस सहायक अवर निरीक्षक एवं छह सिपाही समेत 11 पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मी शामिल थे, जिन पर एसपी अरविंद प्रताप सिंह निलंबन की कार्रवाई की थी. वाणावर थानाध्यक्ष को शिथिलता बरतने एवं विधि-व्यवस्था संधारण में असफल रहने के आरोप में निलंबित कर विभागीय कार्रवाई प्रारंभ कर दी गयी थी. कार्रवाई के बाद वाणावर थानाध्यक्ष के पद पर पुलिस निरीक्षक स्तर के पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया था. बताते चलें कि 12 अगस्त की रात्रि में वाणावर स्थित सिद्धेश्वरनाथ मंदिर के समीप श्रद्धालु एवं फूल विक्रेता के बीच हुई झड़प के बाद भगदड़ हुई थी. भगदड़ में सात महिला समेत 8 श्रद्धालु की मौत हो गई थी. जबकि दर्जनों लोग घायल हुए थे, जिसमें ड्यूटी पर तैनात 48 सरकारी कर्मियों से स्पष्टीकरण पूछा गया था. एसडीएम आपदा की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की थी. अभी तक वाणावर हादसे में पुलिस पदाधिकारी समेत 20 पुलिसकर्मी नप चुके हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है