डीएम ने संबंधित पदाधिकारियों के साथ बैठक कर दिया निर्देश
जहानाबाद
नगर. डीएम अलंकृता पांडे के अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में खेतों में पराली जलाने से रोकने, फसल अवशेष प्रबंधन के लिए अन्य विभागीय बैठक हुई. जिला स्तर पर गठित अंतर्विभागीय कार्य समूह की बैठक में डीएम के अलावे अपर समाहर्ता राजस्व, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, वरीय वैज्ञानिक व प्रधान, कृषि विज्ञान केंद्र, गंधार, जिला वन पदाधिकारी, तथा जिला कृषि पदाधिकारी जहानाबाद के अतिरिक्त अन्य सदस्य शामिल हुए. जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा फसल कटाई के उपरांत फसल अवशेषों को खेतों में जलाए जाने की घटना की रोकथाम के लिए कृषि विभाग द्वारा किए जाने वाले प्रयासों तथा निर्देशों के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी. बताया गया कि रबी मौसम में गेहूं फसल की कटनी के पूर्व कंबाइन हार्वेस्टर के मालिकों के साथ बैठक कर उन्हें फसल अवशेष को खेतों में न जलाने के लिए सचेत करने तथा इस आशय की घोषणा-पत्र प्राप्त करने के उपरांत ही कंबाइन हार्वेस्टर मशीन संचालन की अनुमति प्रदान करने का प्रावधान किया गया है. सभी कंबाइन हार्वेस्टर के मालिकों के साथ बैठक कर फसल अवशेष को खेतों में नहीं जलाने को कहा गया है. जिन किसानों के खेत में फसल कटनी किया जा रहा है, उन किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है. फसल अवशेषों को जलाने की घटना को रोकने के लिए किसानों एवं जन-प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर किसानों को जागरूक किया जायेगा तथा बार-बार फसल अवशेष जलाए जाने की घटना घटित होने पर संबंधित कृषि समन्वयक को उत्तरदायी माना जायेगा. जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया कि मनरेगा योजना के तहत फसल अवशेषों को खेतों में सड़ाकर खाद अथवा वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण कराया जाय तथा फसल कटनी के उपरांत पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट के लिए विकसित यंत्रों का प्रयोग करने के लिए प्रचार-प्रसार करने पर बल दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है