दो लाख के स्मैक के साथ तस्कर गिरफ्तार
शहर में बढ़ते स्मैक के धंधे पर ब्रेक लगाने के लिए काफी दिनों से प्रयासरत जिले की पुलिस को फिर एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने बीती रात कड़ौना थाना के समीप से 21 ग्राम स्मैक के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्कर नगर थाना क्षेत्र के प्यारी मुहल्ला का रहने वाला साहिल अंसारी बताया जाता है, जिसे पुलिस ने करीब 2 लाख रुपए कीमत के स्मैक के साथ धर दबोचा है.
जहानाबाद. शहर में बढ़ते स्मैक के धंधे पर ब्रेक लगाने के लिए काफी दिनों से प्रयासरत जिले की पुलिस को फिर एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने बीती रात कड़ौना थाना के समीप से 21 ग्राम स्मैक के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्कर नगर थाना क्षेत्र के प्यारी मुहल्ला का रहने वाला साहिल अंसारी बताया जाता है, जिसे पुलिस ने करीब 2 लाख रुपए कीमत के स्मैक के साथ धर दबोचा है. एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि पटना की तरफ से यात्री वाहन पर सवार होकर तस्कर ब्राउन शुगर लेकर जहानाबाद की ओर जा रहे थे. सूचना मिलते ही कड़ौना थानाध्यक्ष पवन कुमार दास को सूचना देते हुए चेकिंग अभियान चलाया गया. वरीय पदाधिकारी को सूचना देकर मजिस्ट्रेट की देखरेख में मिले निशानदेही के आधार पर चेकिंग के दौरान पुलिस को देखकर यात्री वाहन से स्मैक तस्कर कूद कर भागने लगा जिसे पुलिस ने खदेड़ कर पकड़ा और तलाशी ली तो तलाशी के क्रम में कमर के नीचे जंघिया से पुलिस ने पुलिस ने प्लास्टिक के बंधे पुड़िया में 21 ग्राम स्मैक बरामद किया.
गिरोह में शामिल तस्कर की पहचान करने में जुटी पुलिस : तस्कर से पूछताछ के दौरान गिरोह में शामिल कई लोगों का नाम सामने आया है. सरगना समेत चार लोगों का नामों का खुलासा गिरफ्तार तस्कर ने किया है जो शहरी इलाके के ही बताये जाते हैं. पुलिस मिले सूचना के आधार पर फरार तस्कर को गिरफ्तार करने में जुटी है.पटना से लाकर जहानाबाद में करता था आपूर्ति
बताया जाता है कि ब्राउन शुगर जैसे काले धंधे में लिप्त गिरोह के सदस्य पटना से माल जहानाबाद लाते थे. माल को ठिकाने तक पहुंचाने के एवज में उन्हें हजारों रुपए बंधा-बंधाया रकम मिलता था. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि माल को ठिकाने तक पहुंचाने तक उन्हें सरगना द्वारा कितने रुपए दिए जाते थे. लेकिन सूत्र बताते हैं कि एक बार माल को पटना से जहानाबाद लाने के लिए उन्हें 8 से 10000 रूपये तस्कर गिरोह द्वारा दिया जाता था जिसके एवज में तस्कर गिरोह के सदस्य डिलीवरी मैन की भूमिका में माल को एक जगह से दूसरे जगह ठिकाने लगाते थे.
अन्य सदस्य पुड़िया बनाकर बेचने का करते हैं काम
पुलिस के पूछताछ के क्रम में यह जानकारी मिली है कि निश्चित ठिकाने एवं चिन्हित व्यक्ति तक लाखों का माल पहुंचाने के बाद गिरोह के अन्य सदस्य जिनका काम छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर ग्राहकों तक माल पहुंचाने का काम रहता था जो स्मैक जैसे गंभीर नशे की जद में आ चुके नशेड़ियों तक माल की आपूर्ति करते थे. जानकार बताते हैं कि स्मैक की एक छोटी सी पुड़िया की कीमत 400 से 500 रूपये के बीच में चोरी-छिपे मुहैया कराई जाती है. तस्कर गिरोह पहले नए ग्राहक को कुछ कम कीमत पर नशीले पदार्थ उपलब्ध कराते हैं लेकिन जब कोई भी व्यक्ति गंभीर नशे की आदी आदि हो जाता है.
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