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फूड प्वॉइजनिंग के कारण आंबेडकर छात्रावास की 14 छात्राएं हुईं बीमार

बालिका आंबेडकर छात्रावास दक्षिणी की एक दर्जन से अधिक छात्राएं अचानक बीमार हो गईं जिसके कारण छात्रावास में हड़कंप मच गया. उस समय अफरातफरी कायम हो गयी जब अचानक शुक्रवार की सुबह छात्रावास में फूड प्वॉइजनिंग के कारण एक-एक कर छात्राएं बीमार होने लगीं. बताया जाता है कि गुरुवार की रात छात्राओं ने पुरी-सब्जी खायी थी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 10, 2024 10:49 PM

जहानाबाद. बालिका आंबेडकर छात्रावास दक्षिणी की एक दर्जन से अधिक छात्राएं अचानक बीमार हो गईं जिसके कारण छात्रावास में हड़कंप मच गया. उस समय अफरातफरी कायम हो गयी जब अचानक शुक्रवार की सुबह छात्रावास में फूड प्वॉइजनिंग के कारण एक-एक कर छात्राएं बीमार होने लगीं. बताया जाता है कि गुरुवार की रात छात्राओं ने पुरी-सब्जी खायी थी. सुबह में समोसा मिला था. सुबह में लड़कियों को पेट में दर्द होने लगा जिसके बाद छात्रावास की लड़कियों के द्वारा इसकी शिकायत प्रिंसिपल से की गयी. आनन-फानन में छात्रावास में बीमार सभी लड़कियों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. एक-एक कर छात्रावास से 14 छात्राओं को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों के द्वारा इलाज किया जा रहा है. सदर अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि दो लड़कियां गंभीर रूप से बीमार हैं. जबकि बाकी अन्य की स्थिति सामान्य है. आंबेडकर छात्रावास से जिन लड़कियों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया है, उनमें अंजू कुमारी, कुमकुम कुमारी, शिवानी कुमारी, लाडली कुमारी, खुशी कुमारी, अंशी कुमारी, राधिका कुमारी, प्रियांशु कुमारी, प्रिया कुमारी, निक्की कुमारी, पिंकी कुमारी, अंजली कुमारी और नंदनी कुमारी शामिल हैं. बालिका आंबेडकर छात्रावास के प्रधानाध्यापक रामकुमार सिंह ने बताया कि कुछ लड़कियों के पेट में अचानक दर्द होने लगी जिसके कारण छात्रावास की अन्य लड़कियां डर गयी हैं लेकिन स्थिति सामान्य है. इस छात्रावास में लगातार खराब खाना मिलने की शिकायत छात्राओं द्वारा की जाती रही है. कई महीने पूर्व भी छात्राओं को बढ़िया खाना नहीं मिलने के कारण उन लोगों ने हड़ताल कर दिया था. इसके बाद पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बूझाकर मेस इंचार्ज को सही खाना देने का निर्देश दिया था. इस बाद भी सही ढंग से लड़कियों को खाना उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है जिसके कारण वह फूड प्वाइजन की शिकार हो गयी हैं. अब यह तो जांच का विषय है कि फूड प्वॉइजनिंग कैसे हुआ, इसमें कौन दोषी है, जांच के बाद ही स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा. फिलहाल सदर अस्पताल में सभी छात्राओं का इलाज किया जा रहा है.

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