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घर से रजिस्ट्री ऑफिस के लिए निकले अधेड़ का शव सदर अस्पताल में मिला

घोसी थाना क्षेत्र के गम्हरहरपुर स्थित घर से रजिस्ट्री ऑफिस जहानाबाद के लिए निकले अधेड़ का शव सदर अस्पताल में संदिग्ध परिस्थिति में शनिवार को मिला है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 17, 2024 10:43 PM

जहानाबाद. घोसी थाना क्षेत्र के गम्हरहरपुर स्थित घर से रजिस्ट्री ऑफिस जहानाबाद के लिए निकले अधेड़ का शव सदर अस्पताल में संदिग्ध परिस्थिति में शनिवार को मिला है. मृत अधेड़ को पहुंचने वाले लोग सदर अस्पताल में छोड़कर फरार हो गये. इसके बाद मृत व्यक्ति का शव लावारिस हालत में घंटों पड़ा रहा. हालांकि कई घंटे बाद शव की पहचान घोसी थाना क्षेत्र के गम्हरपुर गांव निवासी कमलेश यादव के रूप में की गयी. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और मामले की छानबीन की. साथ ही परिजनों को सूचित किया. पुलिस ने सदर अस्पताल से लावारिस हालत में एक मोटरसाइकिल को भी जब्त किया है, जो मृतक के साथ आने वाले संदिग्ध व्यक्ति का बताया जाता है जिसे पुलिस जब्त कर छानबीन करने में जुटी है. इस संदर्भ में मृतक के भाई पिंटू यादव के लिखित शिकायत के आधार पर नगर थाने में कंचन कुमार समेत पांच नामजद के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सूचक ने पुलिस को दिए शिकायत में कहा है कि मेरे भाई कमलेश यादव 16 अगस्त को अपने गांव से जमीन बेचने वाले अनिल शर्मा एवं अखिलेश शर्मा ये दोनों ग्राम गमहरपुर के हैं एवं खरीदने वाला राजबल्लभ यादव जो घोसी थाना क्षेत्र के होली बगीचा के हैं. इन्हीं लोगों के साथ जहानाबाद निबंधन कार्यालय आये थे. निबंधन कार्यालय से ही गम्हरपुर के कंचन कुमार जो हमारे पड़ोसी हैं. जहानाबाद अपने निजी स्थान पर साथ लेकर चले गए. जब शाम शाम तक मेरे भाई घर वापस नहीं लौटे तो हम अपने भाई की खोजबीन किया तो अनिल शर्मा एवं गौरव कुमार के साथ राजबल्लव यादव के रहने वाले हैं, से पता चला कि कंचन कुमार हमारे भाई को अपने साथ लेकर चले गए हैं. शिकायतकर्ता का आरोप है कि विरोधी पक्ष के लोगों ने 6 साल पूर्व मारपीट किया था. इसका विवाद चल रहा था और ले जाने के बाद रात्रि में कमलेश यादव को कंचन कुमार, मुकेश कुमार, अमन कुमार, महेंद्र राम, प्रवीण कुमार उर्फ सोनू समेत कई लोगों ने मिलकर साजिश के तहत हत्या कर दिया और 17 अगस्त की सुबह में सदर अस्पताल लाकर उसे लावारिस हालत में छोड़ दिया. 17 अगस्त को कंचन कुमार अपने मोबाइल से पिंटू यादव, मधु लाल यादव के मोबाइल पर कॉल आया कि तुम्हारा सदर अस्पताल जहानाबाद में भाई भर्ती है तो हम लोग आए और अस्पताल में देखे कि हमारा भाई मृत अवस्था में पड़ा हुआ है और वे लोग वहां से फरार हो गए एवं अपना मोटरसाइकिल छोड़कर भाग गये.

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