Jehanabad News: देश को आजाद हुए बेशक 77 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन जहानाबाद के कलेर प्रखंड के आगनूर वार्ड नंबर नौ का आगानूर चौकी गांव आज भी गुलामी की जिंदगी जी रहा है.इस गांव के लिए सड़क सुविधा नहीं है जिस वजह से मरीजों को चारपाई पर उठाकर ले जाना पड़ता है.
आने जाने के लिए पगडंडियों का लेना पड़ता सहारा
जी हां, इस गांव के लिए सड़क सुविधा नहीं है.ग्रामीणों ने बताया कि पक्की सड़क गांव से 1 किलोमीटर दूर है गांव में जाने के लिए पगडंडियों का सहारा लेना पड़ता बारिश के दौरान पगडंडियों में चलना बहुत मुश्किल से भरा काम है .
मरीजों को चारपाई पर ले जाते हैं अस्पताल
गाँव वालों के अनुसार यदि कोई व्यक्ति बीमार हो जाये, तो ग्रामीण सबसे पहले एकत्रित होकर मरीज को चारपाई पर लिटाकर तथा चारपाई को कंधों पर उठाकर अस्पताल ले जाते हैं.ग्रामीण धर्मेंद्र पासवान, मनोज पासवान, विकास पासवान, मुन्ना पासवान एवं बजरंगी राम ने बताया कि आज ही अचानक ग्रामीण देवमतिया देवी पति सूरीख पासवान 60 वर्ष तबीयत खराब हो गया जिसे हम लोग कलेर स्थित निजी नर्सिंग होम में ले गये, जहां उनका इलाज किया जा रहा है.
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नेताओं के वादे भी झूठे
विडंबना ही कहेंगे कि यहां आने वाले नेताओं ने सड़क निर्माण के वादे किये लेकिन वचन निभाना भूल गए. आधुनिकता के इस दौरान में गांव के लिए सड़क सुविधा न होना ग्रामीणों को काफी अखर रहा है.ग्रामीणों ने अभी बताया कि पक्की सड़क से हम लोगों की गांव की दूरी एक किलोमीटर पड़ती है, यहां आवागमन की सुविधा नहीं है. ऐसे में बारिश के दौरान पगडंडियों में चलना बहुत मुश्किल से भरा काम है