अतिक्रमण हटाने गये सीओ और ग्रामीणों के बीच हुई नोक-झोंक

शनिवार को प्रखंड के इंदरपुर गांव में उच्च न्यायालय के आदेश पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अतिक्रमण हटाया गया. वहीं अतिक्रमण हटाने गये सीओ रंजीत उपाध्याय व ग्रामीणों के बीच कई बार नोक-झोंक देखने को मिला. नोंक-झोंक की घटना के बाद काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 11, 2025 10:50 PM

मखदुमपुर. शनिवार को प्रखंड के इंदरपुर गांव में उच्च न्यायालय के आदेश पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अतिक्रमण हटाया गया. वहीं अतिक्रमण हटाने गये सीओ रंजीत उपाध्याय व ग्रामीणों के बीच कई बार नोक-झोंक देखने को मिला. नोंक-झोंक की घटना के बाद काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया.

पुलिस छावनी में तब्दील रहा इंद्रपुर गांव, कई थाने की पुलिस पहुंची

जिले से एसडीएम, सीडीपीओ सहित कई थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. इसके बाद पूरी तरीके से अतिक्रमण हटाया गया. मिली जानकारी के अनुसार कृष्ण मोहन दास, राजकुमार दास, बल्केश्वर दास, श्याम देवदास एवं जगदेव दास के घर को अतिक्रमणमुक्त किया गया है. इस बाबत सीओ रंजीत कुमार उपाध्याय का कहना है कि जब वह अतिक्रमण हटाने आये थे, तो उनके साथ ग्रामीण उलझ गये, जिससे उनके सिर व पीठ में हल्की-फुल्की चोट आयी है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण रीना देवी का कहना है कि सीओ द्वारा पहले उन्हें थप्पड़ मारा गया. इसके बाद बात बिगड़ी और ग्रामीण हो-हल्ला करने लगे, जिसका हमलोगों ने थाने में लिखित आवेदन दिया है.

महिला का कहना है कि जब अतिक्रमण हटाने सीओ आये थे, तो घर में रखे जरूरत के सामान को भी वे हटाने का मौका नहीं दे रहे थे. उन लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के नाम पर हम लोगों के खाने-पीने की चीजों को भी नष्ट कर दिया गया. मामले में मखदुमपुर थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने कहा कि वे सीओ के साथ अतिक्रमण हटाने इंदरपुर गये थे. अतिक्रमण न्यायालय के आदेश पर हटाया गया है. उन्होंने किसी के घायल होने की बात नहीं कही है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version