ठनका से व्यापारी सहित दो किसानों की गयी जान

बरसात की पहली वर्षा में अचानक आकाशीय बिजली आफत बनकर आयी. जिले के मखदुमपुर थाना क्षेत्र के पंचायत पुनहदा अंतर्गत ग्राम टोकनाबिगहा टोला गंगाबिगहा में ठनका गिरने से तीन लोगों की मौत हो गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | July 5, 2024 11:02 PM

जहानाबाद/मखदुमपुर.

बरसात की पहली वर्षा में अचानक आकाशीय बिजली आफत बनकर आयी. जिले के मखदुमपुर थाना क्षेत्र के पंचायत पुनहदा अंतर्गत ग्राम टोकनाबिगहा टोला गंगाबिगहा में ठनका गिरने से तीन लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में गांव के दो किसान और एक नेवासी व्यवसायी शामिल हैं. किसानों में एक चाचा और एक भतीजा बताए जाते हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार गया के बेला थाना क्षेत्र के नेवारी व्यवसाई बलम यादव, मखदुमपुर थाना क्षेत्र के ग्राम टोकनाबिगहा के टोला गंगाबिगहा में नेवारी की खरीदारी करने आया था कि दोनों चाचा-भतीजा किसान भूषण यादव और प्रमोद यादव उन्हें नेवारी के पिंज के पास ले गए थे तभी अचानक वर्षा होने लगी. वर्षा से बचने के लिए व्यवसायी तथा अन्य दोनों किसान भूषण यादव तथा प्रमोद यादव नेवारी के पुंज के पास छुप गए. वहीं अचानक बादल चमका और आकाशीय बिजली गिरी जिसमें तीनों क्रमशः व्यापारी बलम यादव तथा चाचा भूषण एवं भतीजा प्रमोद वहीं पर झुलस गए, बलम की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. जबकि ग्रामीण भूषण तथा प्रमोद को इलाज के लिए शकुराबाद पीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर जहानाबाद भेज दिया. वहीं ग्रामीण सुमंत कुमार ने बताया कि गया जिले के बेलागंज थाना क्षेत्र के ग्राम सलेमपुर निवासी बलम यादव नेवारी का व्यापार करते थे, जो गंगाबिगहा में नेवारी खरीदारी कर गाड़ी पर लोड कर रहे थे कि अचानक वर्षा होने लगी. वर्षा से बचने के उद्देश्य से व्यापारी बलम यादव तथा ग्रामीण भूषण यादव एवं प्रमोद यादव नेवारी के पुंज के पास छुप गए थे. अचानक आकाशीय बिजली से बलम यादव की मृत्यु घटनास्थल पर ही हो गई एवं भूषण तथा प्रमोद को जिंदा रहने के फलस्वरूप तत्काल पीएचसी शकुराबाद लाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. वहीं उन्होंने बताया कि इस संबंध में मखदुमपुर थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह को घटना की जानकारी दी गयी है. इसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल जहानाबाद भेज दिया. सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम करने के बाद लाश मृतक के परिजनों को सौंप दिया गया है. इधर, घटना के बाद मृतक के परिजनों के बीच हाहाकार मचा है. सभी दहाड़ मार कर रो रहे हैं. दोनों बहुत छोटे किसान थे जो किसी प्रकार खेतीबाड़ी कर अपना परिवार पाल रहे थे. गांव के लोग भी अचानक आई इस आफत से स्तब्ध हैं. इससे पहले कभी इस गांव में ऐसी आकाशीय आपात नहीं आयी थी. मुखिया निभा कुमारी ने बताया कि मृतक के परिजनों को आपदा राहत कोष से चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि अगले दिन मिल जायेगी. अगर मृतक का गरीबी रेखा से नीचे का कार्ड रहा तो उन्हें कबीर अंतेष्टि का लाभ भी दिया जायेगा.

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