कलेर.
राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय के द्वितीय वर्ष के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र रौशन कुमार को बिहार स्टार्टअप नीति 2022 के अंतर्गत स्टार्टअप बिहार से 10 लाख रुपये का सीड फंड के लिए चयन हुआ है. रौशन के स्टार्टअप का उद्देश्य प्लास्टिक कचरे को ईंधन में बदलना है, जो पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है. रौशन और उनके साथी उज्ज्वल कुमार, जो कि राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय के द्वितीय वर्ष के ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्र हैं, ने इस प्रोजेक्ट के लिए एक प्रोटोटाइप बनाया और इसे कॉलेज की केमिस्ट्री लैब में सफलतापूर्वक परीक्षण किया. उनका यह नवाचार प्लास्टिक कचरे की समस्या का समाधान करने के साथ-साथ इसे उपयोगी ईंधन में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. मीडिया प्रभारी एवं सहायक प्राध्यापक प्रो संतोष कुमार ने बताया कि रौशन ने अपनी सफलता का श्रेय राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो प्रणव कुमार, स्टार्टअप सेल प्रभारी एवं सहायक प्राध्यापक प्रो अनंत कुमार, स्टार्टअप कोऑर्डिनेटर मनीष विभु और अपने परिवार को दिया, जिनकी निरंतर मार्गदर्शन और समर्थन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया. रौशन ने विशेष रूप से स्टार्टअप सेल की भूमिका की सराहना की, जिसने उनके स्टार्टअप सफर में अहम योगदान दिया. प्राचार्य प्रो प्रणव कुमार ने रौशन और उज्ज्वल को उनकी इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि इस तरह के नवाचार समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं. कॉलेज का स्टार्टअप सेल छात्रों को नवाचार और उद्यमशीलता के क्षेत्र में प्रेरित करने के लिए लगातार सलाह, संसाधन और सहयोग प्रदान कर रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है