पटना. एक करोड़ की ज्वेलरी चोरी मामले में रेल पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. भगत की कोठी कामाख्या एक्सप्रेस में 10 नवंबर को सफर कर रहे मनोज कुमार जैन की पटना जंक्शन पर ट्रेन से चोरी गयी एक करोड़ की ज्वेलरी के मामले में रेल पुलिस ने छह अपराधियों और तीन सोना व्यवसायियों को गिरफ्तार किया है.
एक करोड़ की ज्वेलरी चोरी मामले में गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने उनके पास से 18 लाख रुपये नकद, 85.600 ग्राम सोने के आभूषण, 1.238 किलो चांदी के आभूषण, 10 मोबाइल फोन, एक बुलेट बाइक (बीआर 01 एफवी 3605), 14 पीस ट्राली बैग, चार एयरबैग व आभूषण नापने वाली एक मशीन बरामद की है. पकड़े गये अपराधियों का अंतरराज्यीय गिरोह से तार जुड़ा हुआ है. मंगलवार को पटना जंक्शन पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेल डीएसपी मुख्यालय सुशांत कुमार चंचल ने यह जानकारी दी.
सुशांत कुमार चंचल ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में मास्टरमाइंड मनोज मंडल (बभनगामा, लखीसराय), संतोष कुमार पांडेय (खुसरूपुर, पटना), उमेश कामत (सुखपुर, सुपौल), श्रवण कुमार (धनरूआ, पटना), मोनू मिश्रा (खांजेकला, पटना सिटी) व शशि सिंह (छोटी खंजरपुर, भागलपुर) के रहनेवाले हैं. इन पर बिहार, यूपी, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनके अलावा गिरफ्तार सोना व्यवसायियों में आनंद पावन (सांडली, महाराष्ट्र, वर्तमान पता-कला मंच, बाकरगंज, कदमकुआं), अरविंद कुमार (बंगाली अखाड़ा, पीरबहोर) व भोला दास गुप्ता (काजीपुर, कदमकुआं) में रहते हैं.
रेल एसपी के निर्देश पर रेल डीएसपी मुख्यालय सुशांत कुमार चंचल के नेतृत्व में अपराधियों को पकड़ने व सामान की बरामदगी के लिए विशेष टास्क टीम गठित की गयी थी. रेल डीएसपी सुशांत कुमार चंचल ने बताया कि पटना जंक्शन पर सीसीटीवी फुटेज से ट्रॉली बैग की चोरी करनेवाले अपराधी को चिह्नित किया गया. जंक्शन परिसर के बाहर वह बुलेट मोटरसाइकिल से निकला. इसके आधार पर बुलेट मोटरसाइकिल की आधा दर्जन से अधिक एजेंसी व सर्विस सेंटर पर जाकर फोटो से पहचान कराने की कोशिश की गयी. बाद में एक सर्विस सेंटर में बताया कि मनोज कुमार मंडल है. इसके बाद उसके घर पर छापेमारी की गयी जिसमें वह पकड़ाया. इससे पहले उमेश कामत को राजेंद्र नगर में गिरफ्तार किया गया था. मनोज मंडल की निशानदेही पर बाकी अपराधियों को पकड़ा गया.उन्होंने बताया कि अपराधियों ने तीन सोना व्यवसायियों का पता बताया, जहां सोना बेचा गया था.
रेल डीएसपी ने बताया कि बचे हुए एक सोना व्यवसायी की गिरफ्तारी भी जल्द हो जायेगी. अपराधियों से मिले सोना को एक सोना व्यवसायी ने गला दिया. इससे मिले 30 लाख रुपये में मनोज कुमार मंडल व संतोष कुमार पांडेय 10-10 लाख व उमेश भगत को आठ लाख रुपये मिले. अपराधियों के पास से बरामद 18 लाख रुपये के अलावा शेष रुपये के बारे में पूछताछ की जा रही है. बरामद आभूषण में एक जोड़ी बाली, एक जोड़ा झूमका व अंगूठी मिली है.
सुशांत कुमार चंचल ने बताया कि अपराधियों के तार अंतर राज्यीय गिरोह से जुड़ा है. बिहार, यूपी, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में उन पर आपराधिक कांड दर्ज हैं. यह गिरोह लंबी दूरी की ट्रेन में स्लीपर व एसी में सफर करनेवाली महिला यात्रियों को निशाना बनाता है. घटना को अंजाम अहले सुबह दिया जाता है, जब लोग सोये रहते हैं. उन्होंने बताया कि अपराधियों पर स्पीडी ट्रायल चला कर सजा दिलायी जायेगी. उन्होंने बताया कि मनोज जैन को बुला कर बरामद सामान को लेकर पहचान करायी जायेगी.
10 नवंबर को 15623 भगत की कोठी कामाख्या एक्सप्रेस में बोगी संख्या एसी फर्स्ट में बर्थ संख्या 28 व 30 पर यात्रा कर रहे मनोज कुमार जैन की दो ट्रॉली बैग चोरों ने चुरा लिये थे. पटना जीआरपी में ब्लू रंग के ट्रॉली बैग में 1.800 किलो से दो किलो सोने के आभूषण, छह किलो चांदी के आभूषण व दो लाख रुपये व अन्य सामान होने की बात कही थी. इस मामले में 640/22 कांड संख्या दर्ज हुआ था.