Jharkhand Crime News, Koderma News, चंदवारा (कोडरमा) : पुल निर्माण करने वाले ठेकेदार से नक्सली संगठन के नाम पर 30 लाख रुपये की लेवी मांगने, कार्य में जुटे मजदूर, ऑपरेटर और गार्ड से मारपीट कर मोबाइल छीनने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. पूरी घटना का ताना-बाना पुल निर्माण कार्य में ही लगे गार्ड योगेंद्र भुइयां ने ही रची थी. इस मामले में हथियार के साथ कुल 9 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार
आरोपियों के पास से 3 एक नाली बंदूक, 6 राउंड का एक देसी पिस्तौल, प्वाइंट 38 का 4 जिंदा कारतूस, घटनास्थल से लूटे गये 5 मोबाइल समेत 5 अन्य मोबाइल बरामद किया गया है. इस बात की जानकारी कोडरमा एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब ने पत्रकारों को दी.
चंदवारा थाना में पत्रकारों से बात करते हुए एसपी ने बताया कि गत 6 फरवरी की रात 30 से 35 हथियार बंद अज्ञात नक्सली संगठन के नाम पर एकमत होकर बेंदी पंचायत के भितिया में चल रहे पुल निर्माण कार्य स्थल पर पहुंचे थे. सभी ने यहां कार्य कर लोगों के साथ मारपीट करते हुए गार्ड योगेंद्र भुइयां का मोबाइल छीन लिया था. साथ ही लेवी को लेकर ठेकेदार को खबर करने और बिना लेवी पहुंचाए काम बंद रखने की धमकी दी थी. घटना को लेकर कांड संख्या 23/21 दर्ज कर डीएसपी संजीव कुमार व थाना प्रभारी सोनी प्रताप सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था.
गिरफ्तार आरोपियों में विनय भुइयां पिता रघुनी भुइयां निवासी केंदुआ मोड थाना चौपारण, कुलेश्वर भुइयां पिता रामवृक्ष भूइयां निवासी लोहरा थाना चौपारण, योगेंद्र भुइयां पिता केशो भुइयां निवासी घाटोडाबर थाना चंदवारा, शंकर भुइयां पिता स्वर्गीय नागेश्वर भुइयां, रामस्वरूप भुइयां पिता धरम भुइयां, सिद्धेश्वर भुइयां पिता गणेश्वर भुइयां सभी निवासी भितिया थाना चंदवारा, कैलू यादव उर्फ देवनंदन यादव पिता बालेश्वर यादव निवासी घुघरी थाना मोहनपुर जिला गया, देवनंदन यादव पिता राउडी यादव निवासी जलही थाना मोहनपुर गया व अशोक मांझी पिता श्यामलाल मांझी निवासी मौहुलर थाना फतेहपुर जिला गया बिहार के रूप में हुई है.
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एसपी डॉ वकारीब ने बताया कि तकनीकी शाखा के सहयेाग से सबसे पहले चौपारण थाना के केंदुआ मोड से विनय भुइयां को गिरफ्तार किया गया. बाद में जानकारी मिली कि इस घटना में निर्माण कार्य की देखरेख करने वाला गार्ड योगेंद्र भुइयां भी शामिल था. पूरे घटना की साजिश उसके द्वारा हीं रची गई थी. इससे पहले टीम ने विनय भुइयां के स्वीकारोक्ति बयान पर घटना में लूटे गए तीन मोबाइल को बरामद किया.
उन्होंने बताया कि बरामद मोबाइल व इसकी निशानदेही पर तीन भरठवा एक नाली बंदूक व एक 6 राउंड का पिस्तौल, चार गोली कुलेश्वर भुइयां, शंकर भुइयां, योगेंद्र भुइयां (गार्ड) के पास से बरामद किया गया. गिरफ्तार कुलेश्वर भुइयां की निशानदेही पर इस घटना में शामिल बिहार के मोहनपुर थाना क्षेत्र से तीन अभियुक्त कैला यादव, छोटन मांझी व देवनंदन यादव को गिरफ्तार किया गया. कैला यादव के पास से इस घटना में लूटे गए दो मोबाइल को बरामद किया गया. इस प्रकार इस घटना में कुल लूटे गए दस मोबाइल में से पांच मोबाइल व अन्य पांच मोबाइल बरामद किया गया.
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में यह प्रतीत हुआ है कि ये लोग किसी भी उग्रवाद संगठन से जुड़े हुए नहीं हैं. इन लोगों द्वारा सुनियोजित ढंग से योजना बनाकर उग्रवादी संगठन के नाम पर भरठवा बंदूक, छोटा हथियार व लाठी से लैश होकर रात्रि में धावा बोलकर मारपीट की गई और जान मारने की धमकी देकर ठेकेदार से लेवी की मांग की गई थी. उन्होंने बताया कि जिस मोबाइल से लेवी से मांग की गई थी, उसे भी बरामद कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि मामले में तीन अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी जल्द कर ली जाएगी. प्रेसवार्ता में एसपी के अलावा डीएसपी संजीव कुमार, थाना प्रभारी सोनी प्रताप सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मी व जवान मौजूद थे.
Posted By : Samir Ranjan.