Jharkhand News (आनंद जायसवाल, दुमका) : झारखंड सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने बिहार CM नीतीश कुमार के भोजपुरी-मगही बयान पर पलटवार किया है. बिहार सीएम श्री कुमार ने भोजपुरी और मगही भाषा के प्रति झारखंड CM हेमंत सोरेन को नसीहत दी थी. इधर, पलटवार करते हुए मंत्री डॉ उरांव ने कहा कि बिहार में संतालों की अच्छी आबादी है. इसके बावजूद वहां इस भाषा को मान्यता क्यों नहीं दी.
डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि बिहार के बांका, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, बेतिया जैसे जिलों में संताल और उरांव समाज के लोग काफी संख्या में निवास करते हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने उनकी भाषा को क्यों नहीं राज्य के नौकरियों में मान्यता प्रदान किया गया. साथ ही कहा कि बिहार की नीतीश कुमार कुड़ुख और संताली भाषा को परीक्षा में शामिल करे.
मंत्री श्री उरांव ने कहा कि सभी राज्यों का विशेषाधिकार है. इसमें दूसरे को टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. बिहार और झारखंड राज्य जो अलग हुआ उसमें भाषा- संस्कृति व समुदाय के भी मुद्दे शामिल थे. ऐसे में हमलोग इस निर्णय को लेने के लिए स्वतंत्र हैं.
Also Read: सोना सोबरन धोती-साड़ी वितरण योजना की CM हेमंत ने दुमका से की शुरुआत, राज्य के 58 लाख परिवार को मिलेगा लाभ
मंत्री श्री उरांव ने कहा कि SFC के गोदामों के प्रबंधक के पद लगभग रिक्त हो गये हैं. इन सभी पदों पर बहुत जल्द नियुक्ति की जायेगी. अब बहाली संविदा के आधार पर होगी. इसके साथ ही खाद आपूर्ति विभाग के अन्य पदों पर झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा नियुक्ति होनी है.
मंत्री श्री उरांव ने कहा कि राज्य के कई अनाज गोदामों में रखे अनाज के सड़ने की खबर सामने आ रही है. इस दिशा सरकार गंभीर है और दोषियों पर जल्द कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि मैं वैसे मंत्री नहीं जो मुख्यालय के चैंबर में बैठकर काम करे. मैं पूरे राज्य का भ्रमण कर जमीनी हकीकत का पता करूंगा. जहां कहीं भी गड़बड़ियां मिलेगी, उस पर कार्रवाई होगी और उसे सुधारा जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.