Jharkhand news, Jamshedpur News, जमशेदपुर (पूर्वी सिंहभूम) : जमशेदपुर महानगर के पूर्व अध्यक्ष रहे बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह (Amarendra Pratap Singh) शुक्रवार को जमशेदपुर पहुंचे. सर्किट हाउस में पत्रकाराें से बातचीत में उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू यादव पर जमकर निशाना साधा. वहीं, कृषि बिल के बहाने कांग्रेस, सीपीएम व अकालियाें द्वारा गंदी राजनीति करने की बात भी कही.
बिहार के कृषि मंत्री श्री सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बिहार में बेहतर ढंग से अपना कार्यकाल पूरा करेगी. राजद के नेता लालू प्रसाद यादव जेल में रहकर कितना भी प्रयास कर ले, सरकार का बाल भी बांका नहीं हाेगा. उनके झांसे में काेई नहीं अानेवाला है. लालू का काम सरकार गिराना, पैसा कमाना रहा है, जाे अब नहीं हाे पायेगा. लालू अपनी आनेवाली पीढ़ी काे भी यही शिक्षा देने का काम कर रहे हैं.
कृषि मुद्दे पर बिहार के कृषि मंत्री श्री सिंह ने कहा कि कृषि बिल के खिलाफ देश के कुछ किसानाें काे भड़का कर कांग्रेस, सीपीअाइ व अकाली दल के नेता देश के खिलाफ गंदी राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस बिल का विराेध सीपीआइ-सीपीआएम दिल्ली की सड़काें पर किसानाें के साथ बैठ कर रहे हैं, केरल में खुद इन दलाें ने मंडियाें काे खत्म कर दिया है.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस की माैजूदा अध्यक्ष साेनिया गांधी व पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषणाें में इन बिलाें की वकालत की है. लागू करने के लिए सरकार पर दवाब बनाया. बिहार में 2006 में ही मंडियाें की बंद कर दिया गया, किसान काे पूरी आजादी दे दी गयी कि वह अपना अनाज खुले बाजार में बेचे. अकालियाें काे जब लगा कि अब उनके हाथ से पंजाब की राजनीति दूर हाे जायेगी, ताे अपने स्वार्थ के लिए कृषि आंदाेलन के खिलाफ लाेगाें काे भड़काने लगे.
बिहार के कृषि मंत्री श्री सिंह ने कहा कि देश में 5 लाख गांव है. खेत में कहीं आंदाेलन नहीं हाे रहा है. जाे कुछ भी कराया जा रहा है, वह दिल्ली की सड़काें पर है. कृषि कानून की व्याख्या करते हुए जब देश के पीएम ने साफ कर दिया कि एमएसपी बनी रहेगी, मंडियां खत्म नहीं हाेंगी, कांट्रेक्ट खेती में फसल की बात हाेगी, जमीन का काेई जिक्र नहीं है, अपने गाेदाम में किसान स्टॉक रख सकते हैं, इसके बाद भी किसानाें काे भारी दबाव में वहां बैठने काे मजबूर किया जा रहा है.
देश के खिलाफ कनाडा के पीएम काे बुलवाने, आंदाेलन के दाैरान पाेस्टर व नारेबाजी ने साफ कर दिया है कि इस आंदाेलन के पीछे काैन लाेग हैं. केंद्र सरकार हर एक बिंदू पर बात करने के लिए तैयार है, लेकिन किसानाें की आड़ में राजनीति करनेवाले कुछ और ही चाह रहे हैं. सही बात यह है कि वे चाहकर भी इस नये कानून काे समझने की काेशिश नहीं कर रहे हैं.
Posted By : Samir Ranjan.