दुमका के गणपति ज्वेलर्स डकैती मामले में मुखिया बनने की चाहत ने गिरफ्तार खगड़िया के सुनील को बनाया क्रिमिनल

दुमका के गणपति ज्वेलर्स डकैती मामले में लोगों की गिरफ्त में आया अपराधी सुनील मल्लाह फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाजरत है. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि उसे मुखिया बनने की इच्छा थी, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण वो क्रिमिनल बन गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2021 9:30 PM

Jharkhand Crime News (दुमका) : झारखंड के दुमका जिला अंतर्गत मारवाड़ी चौक में अवस्थित गणपति ज्वेलर्स में दिनदहाड़े डकैती मामले को लेकर पुलिस अनुसंधान तेज कर दी है. इस मामले में धराये गये बिहार के खगड़िया जिले के अलौली स्थित बहादुरपुर निवासी सुनील मल्लाह उर्फ सुनील मुखिया की दिली ख्वाहिश पंचायत चुनाव लड़ने की थी. लेकिन, इसमें वो सफल नहीं हो सका. पंचायत चुनाव लड़ने के लिए ही उसने अपराध जगत में इंट्री मारी थी, लेकिन वह उसमें विफल भी रहा.

सुनील मल्लाह अपने क्षेत्र के गैंग के साथ जब दुमका के गणपति ज्वेलर्स नामक आभूषण दुकान में गत 18 अक्तूबर को डकैती डालने पहुंचा था, तो दुकानदार और उसके भाई ही अपराधियों पर भारी पड़ गये. अपराधियों ने तीन राउंड फायरिंग भी की. दो भाइयों को गोली छूते हुए निकल गयी, बावजूद उन्होंने दिलेरी दिखायी.

तीन अपराधी भले ही घिरते देख भाग गये, पर एक को इन्होंने धर दबोचा. उसकी जमकर पिटाई की और फिर नगर थाना के पुलिस के हवाले कर दिया. गंभीर रूप से घायल सुनील मल्लाह ने बताया कि अपराध में उसकी यह एंट्री ही थी. यह लूट उसने मुखिया चुनाव लड़ने के लिए किया था, लेकिन इसमें वह पकड़ा गया.

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पहले करता था ड्राइवरी, हादसे के बाद छोड़ दिया काम

सुनील ने बताया कि वह 4 भाइयों में दूसरे नंबर पर है. बड़ा भाई ड्राइवर है. बड़े भाई व तीन बहनों की शादी हो चुकी है. वह कुंवारा है, जबकि दो छोटा भाई पढ़ रहे हैं. उसने बताया कि वह खुद भी ट्रक चलाता था, पर एक हादसे के बाद वह गाड़ी छोड़ घर में बैठ गया था. इसी बीच बिहार में पंचायत चुनाव की घोषणा हो चुकी थी. सुनील ने मुखिया बनने का ख्वाब देख लिया था, लेकिन मुफलिसी में वह चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था.

ऐसे में वह आसानी से पैसे बनाने के लिए गांव के संतोष यादव से मिला और संतोष ने जल्दी पैसे बनाने के लिए उसे अपराध में एंट्री दिला दी. भागलपुर के 3 लुटेरे रोहित, साहेब और सचिन से संपर्क साध कर लूट की योजना इनलोगों ने बनायी. ऐसे में ज्वेलरी दुकान की रेकी भी की गयी और फिर दो बाइक पर सवार होकर पिस्टल के साथ वारदात को अंजाम देने पहुंचा.

इस दौरान सुनील, साहेब और रोहित दुकान के अंदर घुसा, लेकिन बाहर से नजर बनाये सचिन ने भांप लिया कि बाहर लोगों को भनक लग चुकी है. ऐसे में उसने भागने को कहा तो साहेब और रोहित पैदल भाग गये, जबकि सुनील तीनों दुकानदार भाइयों की पकड़ में आ गया.

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पांच सब इंस्पेक्टर की टीम बिहार रवाना

अपराधियों की धर-पकड़ के लिए दुमका जिले के पुलिस की एक विशेष टीम बिहार रवाना हो गयी है. यह टीम भागलपुर, खगड़िया सहित अपराधियों के संभावित ठिकानों पर तो दबिश देगी ही, इन अपराधियों के गिरोह, अपराध को अंजाम देने में लोकल नेटवर्क आदि की भी पड़ताल करेगी.

घटना में प्रयुक्त बाइक ललमटिया से लूटी गयी

जानकारी के मुताबिक, इस वारदात को अंजाम देने के लिए अपराधी जिस बाइक को नहीं ले जा सके थे, उस बाइक को लेकर किये गये पड़ताल में यह बात सामने आयी है कि उसे गत 30 सितंबर को ललमटिया थाना क्षेत्र के इलाके से लूटा गया था.

Posted By : Samir Ranjan.

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