पटना में झारखंड के रिटायर्ड इंजीनियर के यहां छापेमारी, लाखों के गबन का है आरोप

रिटायर्ड इंजीनियर पर हजारीबाग के कोर्रा थाना क्षेत्र में सरकारी छात्रावास के प्रोजेक्ट में धांधली कर 38 लाख रुपये गबन करने का आरोप है. इस संबंध में जिला कल्याण पदाधिकारी ने कोर्रा थाने में देव दर्शन सिंह समेत टीम के पांच अभियंताओं पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2022 4:01 AM

पटना. झारखंड के भवन निर्माण विभाग के रिटायर्ड एग्जीक्यूटिव इंजीनियर की तलाश में सोमवार को हजारीबाग के कोर्रा थाने की पुलिस ने छापेमारी की है. शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के पुनाईचक स्थित रिटायर्ड इंजीनियर देव दर्शन सिंह की तलाश में जब कोर्रा थाने की पुलिस गयी, तो इंजीनियर के अपार्टमेंट में रह रहे लोगों ने पुलिस के साथ बदतमीजी भी की है. देव दर्शन पर हजारीबाग के कोर्रा थाना क्षेत्र में सरकारी छात्रावास के प्रोजेक्ट में धांधली कर 38 लाख रुपये गबन करने का आरोप है. इस संबंध में जिला कल्याण पदाधिकारी ने कोर्रा थाने में देव दर्शन सिंह समेत टीम के पांच अभियंताओं पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी.

अपार्टमेंट में रह रहे लोगों ने पुलिस के साथ की बदतमीजी

मिली जानकारी के अनुसार पुलिस सबसे पहले शास्त्रीनगर थाने पहुंची और लोकेशन लेकर थाने की पुलिस के साथ जब अपार्टमेंट गयी, तो उसमें रहने वाले रेंटरों ने बदतमीजी की. झारखंड पुलिस ने बताया कि आरोपित को बचाने और पुलिस के साथ बदतमीजी करने के आरोप में अपार्टमेंट में रह रहे रेंटरों को नोटिस भेजा जायेगा. झारखंड पुलिस के अनुसार अगली बार दल-बल के साथ अपार्टमेंट में छापेमारी की जायेगी और सरकारी काम में बाधा डालने वालों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. देव दर्शन सिंह झारखंड के भवन निर्माण विभाग के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर के पद से 2011 में रिटायर्ड हुए थे.

छात्रावास के निर्माण में खराब मेटेरियल का आरोप

झारखंड पुलिस के सूत्रों के अनुसार देव दर्शन सिंह के टीम में पांच लोग शामिल थे. पिछले एक महीने के भीतर इस मामले में टीम के चार लोगों को कोर्रा थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं मुख्य आरोपित देव दर्शन सिंह इस मामले में फरार चल रहे हैं. बताया गया कि देव दर्शन सिंह की टीम ने छात्रावास के निर्माण में खराब मेटेरियल का उपयोग किया था. झारखंड पुलिस के अनुसार इस टीम पर अनियमितता के कई मामले अलग-अलग थानों में दर्ज है.

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21 नवंबर को भी आयी थी पुलिस

जानकारी के अनुसार इससे पहले 21 नवंबर को भी कोर्रा थाने की पुलिस आयी थी. उस वक्त देव दर्शन सिंह के घर की जानकारी पुलिस को नहीं थी. जांच के बाद पुलिस को जब उसके आवास का पता चला तो सोमवार को कोर्रा थाने की पुलिस ने फिर से छापेमारी की.

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