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साइबर फ्रॉड रोकने को चार राज्यों ने मिलाये हाथ, जानिये किन राज्यों के साथ बिहार के हुए समझौते

बिहार साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए यूपी, झारखंड, पश्चिमी बंगाल आदि सटे राज्यों के साथ मिल कर काम करेगा. अंतरराज्यीय साइबर फ्राॅड पर ब्रेक लगाने के लिए इन सभी राज्यों को मिला कर एक एसपी रैंक के अधिकारी बतौर नोडल अफसर नामित होंगे.

By Prabhat Khabar News Desk | February 5, 2021 1:24 PM

पटना. बिहार साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए यूपी, झारखंड, पश्चिमी बंगाल आदि सटे राज्यों के साथ मिल कर काम करेगा. अंतरराज्यीय साइबर फ्राॅड पर ब्रेक लगाने के लिए इन सभी राज्यों को मिला कर एक एसपी रैंक के अधिकारी बतौर नोडल अफसर नामित होंगे.

पुलिस विभाग की आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने बताया कि जनवरी माह में पिछले दिनों इस सभी राज्यों के साथ झारखंड में एक बैठक की गयी थी. इसमें पटना से भी आर्थिक अपराध इकाई के पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया था.

इस समय बिहार की ओर से इस तरह के संयुक्त अभियान चलाने और साइबर क्राइम को रोकने के लिए संयुक्त टीम बना कर काम करने के सुझाव दिये गये थे. अब उसी पर कार्रवाई की जानी है.

एडीजी ने बताया कि बिहार में होने वाले साइबर क्राइम को लेकर कार्रवाई के साथ बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है. इससे यह बात निकल कर सामने आया है कि किन जिलों में सबसे अधिक साइबर फ्रॉड की घटनाएं होती हैं.

आंकड़ों का मूल्यांकन करने के बाद नालंदा, नवादा, गया, जमुई आदि जिलों में अधिक साइबर फ्राॅड की घटनाएं हो रही हैं.

उन्होंने बताया कि इन जिलों के लिए भी एक एसपी रैंक के पदाधिकारी को नोडल अफसर नामित किया गया है, जो जिला पुलिस के साथ मिल कर साइबर क्राइम की घटनाओं पर काम करेंगे.

Posted by Ashish Jha

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