जीतन राम मांझी के घर शुद्धिकरण करने पहुंचे ब्राह्मण, पुलिस ने रोका तो सड़क पर ही करने लगे पूजा
श्रीराम सेना और हिन्दू पुत्र के कार्यकर्ताओं ने हाथों में चूड़ा-दही लेकर मांझी आवास में जाने का प्रयास करने लगे. हालांकि मांझी के आवास पर पहुंचने से पहले से पुलिस ने इन लोगों को रोक दिया.
पटना. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के घर ब्राह्मणों का एक समूह शुद्धिकरण के लिए पहुंचा. चूड़ा-दही के साथ पहुंचे ब्राह्मणों को जीतनराम मांझी के आवास पर तैनात सुरक्षाकर्मी ने रोका तो ब्राह्मण समाज के लोग वहीं बैठकर पूजा करने लगे.
जीतनराम मांझी आवास पर एंटी राइट् बटालियन के जवानों को बुला लिया गया है. संभावित खतरों को देखते हुए पटना की एएसपी काव्या मिश्रा भी मांझी आवास पहुंची और सुरक्षा का जायजा लिया साथ ही निर्देश भी दिये.
गुरुवार की सुबह से ही जीतनराम मांझी के आवास को छाबनी में बदल दिया गया था. ब्राह्मणों को लेकर दिये गये विवादास्पद बयान के बाद से ही ब्राह्मणों के बीच आक्रोश है. गुरुवार को विभिन्न संगठनों ने मांझी के विरोध में उनके आवास का घेराव किया.
इसी दौरान श्रीराम सेना और हिन्दू पुत्र के कार्यकर्ताओं ने हाथों में चूड़ा-दही लेकर मांझी आवास में जाने का प्रयास करने लगे. हालांकि मांझी के आवास पर पहुंचने से पहले से पुलिस ने इन लोगों को रोक दिया.
जीतन राम मांझी के आवास में जाने से रोके जाने के बाद सभी बीच सड़क पर बैठ गये. वहीं सत्यनारायण भगवान की पूजा शुरू कर दी. सभी ने ब्राह्मण बुलाकर सड़क पर ही सत्यनारायण पूजा की और सत्यनारायण पूजा के जरिये मांझी को शुद्ध करने की बात कही.
विरोध में शामिल श्रीराम सेना के सदस्यों ने कहा कि चूड़ा-दही खिलाकर मांझी की जुबान को शुद्ध किया जाएगा. मांझी जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं उनके जुबान को शुद्ध करना बहुत ही जरूरी है. मांझी के बयान के बाद पटना में तमाम संगठनों द्वारा हो रहे विरोध के बीच जीतन राम मांझी के सरकारी आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.
पटना में जारी विरोध के बीच जीतन राम मांझी विधानसभा के लिए निकले. मांझी गुरुवार को अनुसूचित जाति के लोगों की समस्याओं से जुड़े सवालों पर होने वाली बैठक में शामिल होंगे. इस दौरान पटना में मीडिया के सवालों से बचते हुए मांझी निकल गये.