Bihar politics: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan ram manjhi) ने फिर एकबार अपने बयानों से सियासी चर्चाओं को छेड़ दिया है. हम का दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक सोमवार को राजगीर में संपन्न हो गया. इस बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव छोड़कर कुल नौ प्रस्ताव पारित किया गया है. हम किस दल के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ेगा यह तय नहीं हुआ है. इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकृत किया गया है. इस बैठक में जीतनराम मांझी ने अपनी कसक भी जाहिर कर दी.
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में हम पार्टी के संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार के साथ रहने का कसम खाये हैं. लेकिन राजनीति में कसम का कोई महत्व नहीं है. महागठबंधन के घटक दलों में कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने की आवश्यकता पर उन्होंने जोर दिया. जीतन राम मांझी ने अपने बेटे व बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन से एक मंत्रालय वापस लेने पर नाराजगी जाहिर की.
जीतन राम मांझी ने कहा कि मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन के पास पहले दो विभाग था. उनसे एक विभाग छिन लिया गया है. उन्होंने प्राइवेट स्कूलों के अधिग्रहण, अनुसूचित जाति के लिए हर राजस्व गांव में अलग श्मशान बनाने और भूमिहीनों को घर बनाने के लिए पांच डिसमिल और खेती करने के लिए एक एकड़ आम गैरमजरुआ या भूदान की जमीन मुहैया कराने की सरकार से मांग की है.
Also Read: बिहार: राजद विधायक किरण देवी के ठिकानों पर CBI रेड, लालू यादव के करीबी रहे अरुण यादव की हैं पत्नी
बता दें कि संतोष सुमन जब एनडीए सरकार में मंत्री थे तो उनके पास दो विभागों का जिम्मा था. पूर्व सरकार में संतोष सुमन के पास अनुसूचित जाति- जनजाति कल्याण और लघु जल संसाधन विभाग थे. लेकिन जब बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर हुआ और महागठबंधन की सरकार बनी तो फिर संतोष सुमन मंत्री बनाए जरुर गए लेकिन उन्हें एक ही विभाग सौंपा गया. अनुसूचित जाति- जनजाति कल्याण विभाग का ही जिम्मा अब उनके पास है.वहीं जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की और उनकी तुलना जयप्रकाश नारायण से की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार का सर्वांगीण विकास हो रहा है.
Published By: Thakur Shaktilochan