पटना- बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के पटना स्थित सरकारी आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. सचिवालय थाने की पुलिस वहां अलर्ट मोड में तैनात हो गयी है. ब्राह्मण समाज के संबंध में लगातार बयान दे रहे जीतनराम मांझी के खिलाफ कुछ संगठनों ने आक्रोश प्रकट किया है.
इसी क्रम में बुधवार को एक ब्राहमण संगठन ने मांझी के आवास पर शुद्धिकरण और पूजा-पाठ करने की घोषणा की है. इसको देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी. पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया है.
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के आने की स्थिति में उन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग की तैयारी भी कर रखी थी. जीतनराम मांझी ने बुधवार को भी गया में एक कार्यक्रम के दौरान ब्राह्मणों के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है.
ब्राह्मण समाज के सबंध में लगातार आ रहे मांझी के आपत्तिजनक बयान के बाद बिहार की सियासत भी गरमा गयी है. जगह-जगह उनका पुतला फूंका जा रहा है. भाजपा के एक नेता ने तो उनकी जुबान काटने पर 11 लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया. हालांकि, भाजपा ने नेता को पार्टी से बाहर कर दिया है.
इस बीच, मांझी की पार्टी हम की ओर से भी करारा पलटवार किया गया. पक्ष-विपक्ष के नेताओं ने मांझी के बयान पर आपत्ति जतायी है. मामला शांत होता जा रहा था, लेकिन मांझी ने गया में बुधवार को एक बार फिर ऐसी बातें कह दी हैं, जिससे मामला तूल पकड़ लिया है.
उन्होंने कहा कि आज ब्राह्मण के नाम पर कई लोग पोथी-पतरा लेकर निकल जाते हैं. ब्राह्मण होते हुए भी वे मांस-मदिरा का सेवन करते हैं. उन्होंने अपशब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि हम इस शब्द का उपयोग बार-बार करते रहेंगे. मांझी के इस बयान के बाद उनके पटना आवास की सुरक्षा और कड़ी कर दी गयी है. पूरे इलाके को छाबनी में बदल दिया गया है.