पटना : सोना की कीमत में आयी तेजी के चलते मध्यम वर्गीय महिलाएं सोने की जिउतिया नहीं खरीद पा रही हैं. एक साल में सोने का भाव करीब 1400 रुपये प्रति ग्राम बढ़ा है. यही वजह है कि इस बार सोने की जिउतिया की मांग में काफी गिरावट आयी है. इसका कारण है कि लॉकडाउन के कारण लोग आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं. बता दें कि जिउतिया 10 सितंबर को है. बाजार में इसे लेकर चहल-पहल तो शुरू हो गयी है, लेकिन ज्वेलरी शॉप में हर साल की तुलना में थोड़ी शांति दिख रही है. एक ग्राम की जिउतिया 5,500 रुपये से अधिक की मिल रही है. अभी सोना 5,041 रुपये प्रति ग्राम है.
जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर आभूषण बाजार में ग्राहकों की चहलकदमी शुरू हो गयी है. इसको लेकर सर्राफा बाजार में रौनक दिखाई देने लगी है. आभूषण बाजार में जिउतिया व्रत को लेकर लेटेस्ट डिजाइन की जिउतिया उपलब्ध है. इस बारे में कई विक्रेताओं ने बताया कि इस साल जिउतिया की मांग उतनी नहीं है, जितनी हर बार होती है. फिर भी ग्राहकों के लिए नये-नये डिजाइन में जिउतिया तैयार है.
पहले के जमाने में जिउतिया में इतने कलेक्शन नहीं होते थे. इसकी साइज भी काफी छोटी होती थी, लेकिन अब लोग आस्था के साथ-साथ फैशन को देखते हुए जिउतिया की खरीदारी कर रहे हैं. इसकी जानकारी देते हुए बोरिंग रोड की 70 वर्षीया राजकुमारी देवी कहती हैं कि पहले लोग रेशम के धागों से बने जिउतिया का यूज करते थे. उसके बाद लोग नाव की डिजाइन वाली जिउतिया बनवाने लगें.
हीरा पन्ना के मालिक शेखर केसरी कहते हैं कि इस बार भी जिउतिया के कई दिनों पहले से ही लोगों की डिमांड शुरू हो गयी है. ग्राहकों के पसंद का ख्याल रखते हुए नये और पुराने डिजाइन की जिउतिया मौजूद है, जिसे ग्राहक पसंद और बजट को ध्यान में रखते हुए खरीदारी कर रहे हैं. वहीं जय अलंकार के मालिक पीयुष गुप्ता कहते हैं कि जिउतिया नजदीक आते ही इसके ऑर्डर मिलने लगे हैं, लेकिन लोगों की संख्या में काफी कमी है. हर बार बड़े साइज की जिउतिया की मांग अधिक होती थी, लेकिन इस साल कई महिलाएं बजट का खासा ख्याल रख रही है. इसलिए ग्राहकों के पसंद को देखते हुए लाइट वेट में जिउतिया की डिजाइन उपलब्ध है.
posted by ashish jha