पटना. मंगलवार को राजधानी पटना के नियोजन भवन में एक निजी कंपनी में रिक्त पदों के लिए जॉब कैंप का आयोजन किया गया. इसमें योग्यता आठवीं और दसवीं पास थी, लेकिन इस नौकरी के लिए बड़ी संख्या में इंटर और स्नातक पास युवा पहुंचे थे.
कई स्नातक करने के बाद वर्षों से बेरोजगार होने के कारण बेंगलुरु में मात्र 9,086 रुपये महीने पर दी जा रही इस नौकरी को करने के लिए पहुंचे थे. यहां अरविंद लिमिटेड कंपनी अपने यहां सिलाई मशीन ऑपरेटर और वाशिंग मशीन ऑपरेटर के रिक्त पदों के लिए पहुंची थी.
कंपनी के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये इंटरव्यू या मीटिंग कर रहे थे. इसमें पहला पद सिलाई मशीन ऑपरेटर का था, जिसमें 40 रिक्तियां थीं, ये सभी पद महिलाओं के लिए थे. इसकी योग्यता 10वीं पास थी.
वहीं दूसरा पद वाशिंग मशीन ऑपरेटर का था. इस पद के लिए भी 40 रिक्तियां थीं, जिसमें पुरुषों को लेना था. इसके लिए योग्यता आठवीं पास थी. दोनों ही पदों के लिए चयनित होने वालों बेंगलुरु में काम करना है.
दो पदों के लिए कुल 80 रिक्तियां थीं, जिसके लिए 110 आवेदक उपस्थित हुए. लेकिन इनमें से 83 ने ही इंटरव्यू दिया. बहुत से बेरोजगारों को जब पता चला कि इंटरव्यू में चयनित होने के बाद कार्यस्थल बेंगलुरु होगा, तो वे बिना इंटरव्यू दिये चले गये.
उनका कहना था कि बेंगलुरु जैसे महंगे शहर में इतने कम वेतन में कैसे कोई रह सकता है. कई बेरोजगारों ने प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि श्रम विभाग और नियोजन से जुड़े अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करें कि इतने कम रुपये पर कोई कंपनी आकर यहां बेरोजगारों का मजाक न उड़ाये.
Posted by Ashish Jha