राज्य पुलिस में होने वाली बहाली प्रक्रिया पूरी तरह (constables recruitment process bihar) पारदर्शी होगी. भर्ती में कहीं भी कोई भी गड़बड़ी नहीं हो, इसके लिए लिखित परीक्षा के समय बायोमीटरिक से दोनों अंगूठे और फेस का मिलान किया जायेगा. इसके बाद प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में भी बायोमीटरिक और फेस का मिलान किया जायेगा. इसके मिलान होने के बाद ही नियुक्ति दी जायेगी. केंद्रीय चयन पर्षद सिपाही भर्ती के अध्यक्ष डा एसके सिंघल ने शनिवार को सिपाही भीर्ती नियमावली में किये जा रहे बदलाव की जानकारी साझा की.
उन्होंने बताया कि सिपाही के रिक्त पदों को भरने के लिये बहाली लंबे समय तक चलेगी. सरकार की मंशा अधिक से अधिक को नौकरी देना है. सिंघल ने कहा कि सरकार से अनुसंशा मिलने के तीन महीने के अंदर बहाली की पूरी प्रक्रिया कर ली जायेगी. इसकी शुुरुआत एक्साइज विभाग के सिपाही के 689 पदों पर बहाली करेंगे. आने वाले दिनों में बिहार पुलिस में करीब 67 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती की जायेगी.
यूपीएससी और बीपीएससी में जिस तरह से पॉवर जैमर का उपयोग होता है, चयन पर्षद भी वह अपनायेगी. परीक्षा की किस गतिविधि पर कितना समय लगेगा इसको ध्यान में रखकर एसओपी बनायी जायेगी. एसके सिंघल ने कहा कि बिहार सरकार कई बार कह चुकी है. सबसे बड़ा मकसद बिहार के युवाओं को रोजगार देना है और उसके मद्देनजर काम भी किए जा रहे हैं. आने वाले दिनों में उस काम का असर भी दिखेगा और पुलिस विभाग में युवाओं को नौकरियां मिलेंगी. आने वाले दिनों में बिहार पुलिस में करीब 67 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती की जाएगी. इसमें करीब आधे पद सिपाही और उसके समकक्ष पोस्ट के होंगे.