पटना. बिहार के तीन विश्वविद्यालयों मसलन पूर्णिया, मुंगेर और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक पदों के सृजन को वित्त विभाग ने हरी झंडी दे दी है. सृजित पदों को अंतिम मंजूरी के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव भेजा जायेगा. इन तीनों विश्वविद्यालयों की स्थापना के करीब पांच साल बाद भी शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक पदों का सृजन नहीं हो सका था. शिक्षा विभाग ने इसमें पहल करते हुए सृजित पदों की मंजूरी के लिए प्रस्ताव वित्त मंत्रालय भेजा था.
फिलहाल तीनों विश्वविद्यालयों के लिए पद सृजन को वित्त समिति की मंजूरी मिलने की पुष्टि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने की है. सूत्रों के मुताबिक इन तीनों विश्वविद्यालय में प्रत्येक विभाग में एक-एक प्राध्यापक के पद सृजित किये गये हैं. इस तरह गैर शैक्षणिक पदों के भी सृजन किये गये हैं. कुल पदों की संख्या ज्ञात नहीं हो सकी है.
राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों में गैर शैक्षणिक कर्मचारियों के 1674 नये पदों की पहचान की गयी है. यह पद सृजित किये जा रहे हैं. इन पदों पर अगस्त में नियुक्ति प्रक्रियाप्रारंभ करने की संभावना है. नये पदों में 670 को प्रोन्नति से भरा जायेगा. शेष पदों पर राज्य कर्मचारी चयन आयोग से नियुक्ति के लिए अनुशंसा भेजी जायेगी. जिन नये पदों का सृजन किया गया है, उनमें लिपिक से लेकर प्रयोगशाला सहायक तक के पद शामिल हैं.
इससे पहले वर्ष 2001 में शिक्षा विभाग ने लिपिक, सहायक और निम्न वर्गीय कर्मियों के 2308 पदों का सृजन किया था. जानकारी के मुताबिक कार्यालय अधीक्षक के 47 पद , प्रधान लिपिक के 161, प्रयोगशाला सहायक के 462 और लिपिक को 1,000 से अधिक पद सृजित किये गये हैं. जानकारों के मुताबिक इन पदों के सृजन के लिए वित्त विभाग ने मंजूरी दी है,लेकिन इसकी अाधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है.
पटना राज्य के मान्यता प्राप्त एवं संचालिक प्रशिक्षण संस्थानों के सुरक्षा प्रहरियों के मासिक पारिश्रमिक भुगतान के लिए शिक्षा विभाग ने 76 लाख से अधिक की राशि जारी कर दी है. यह राशि 330 सुरक्षा प्रहरी में वितरित की जायेगी. इसमें से प्रति गार्ड 7725 रुपये दिये जायेंगे. इसी तरह इन्हीं प्रशिक्षण संस्थानों में डाटा इंट्री ऑपरेटर के पारिश्रमिक भुगतान के लिए 84 लाख रुपये जारी किया गये है.