बिहार की 18,220 बर्खास्त आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की नौकरी होगी बहाल, बढ़ेगा मानदेय, सीएम ने किया ऐलान

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं के चयन रद्द करने का आदेश वापस लेने और सेविकाओं का मानदेय बढ़ाने का आश्वासन दिया है. इसके बाद आंगनबाडी सेविका-सहायिकाओं में खुशी का माहौल है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2024 8:32 PM
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बिहार में हड़ताल के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों से चयनमुक्त की गयीं 18,220 आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं की काम पर वापसी होगी. इसके साथ ही सहायिका एवं सेविकाओं का मानदेय भी बढ़ेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को बिहार राज्य के आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिका संघ के शिष्टमंडल को यह भरोसा दिलाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि सेविका-सहायिका के मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि की जायेगी. उन्होंने कहा कि जिन सेविका-सहायिका को हड़ताल के दौरान चयन मुक्त किया गया है, उनकी वापसी की जायेगी.

शिष्टमंडल ने सीएम से की मुलाकात

शिष्टमंडल ने शनिवार को मुख्यमंत्री से शिष्टाचार मुलाकात की. मुलाकात के क्रम में सेविका- सहायिका ने अपनी समस्याएं मुख्यमंत्री के समक्ष रखी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी सेवाओं में बेहतरी के लिए कई कदम उठाये गये हैं. सेविका-सहायिका के मानदेय में समय-समय पर वृद्धि की जाती है.

आंगनबाड़ी सहायिका और सेविकाओं ने किया था हड़ताल

मानदेय बढ़ाने सहित कई अन्य मांगों को लेकर आंगनबाड़ी सहायिका और सेविकाओं ने विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान हड़ताल किया था. यह हड़ताल दो महीने से अधिक समय तक चला था. इस प्रदर्शन के दौरान सेविका -सहायिकाओं पर पटना में लाठीचार्ज भी हुआ था.

18 हजार से अधिक सेविका -सहायिकाओं को किया गया था सेवामुक्त

सेविका -सहायिकाओं के हड़ताल पर जाने की वजह से अंगनबाड़ी केंद्रों का काम बिल्कुल ठप हो गया था. आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गई. साथ ही कई अन्य लोग भी सरकारी योजना का लाभ लेने से वंचित रह गए. इसके बाद समाज कल्याण विभाग ने आंगनबाड़ी सेविका -सहायिकाओं से काम पर लौटने की अपील की. इसके बाद भी प्रदर्शन जारी रहा तो करीब 18 हजार से अधिक सेविका -सहायिकाओं को सेवामुक्त कर दिया था.

सेविका को मिलता है 5950 रुपया , जल्द ही बढ़ेगा मानदेय

समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा मुख्यमंत्री के निर्देश पर जल्द ही सेविका -सहायिका का मानदेय बढ़ाने पर निर्णय लिया जायेगा. वहीं, चयनमुक्त सेविका – सहायिका को वापस लेने का विभागीय आदेश निकालने का निर्देश अधिकारियों को दे दिया गया है. फिलहाल सेविका को 5930 रुपया मिलता है. वहीं सहायिका को 2975 रुपया मिलता है. विभाग के स्तर पर मानदेय बढ़ाने को लेकर काफी समय से विचार हो रहा हैं. अगले सप्ताह मानदेय बढ़ाने को लेकर बैठक होगी.

अब सत्याग्रह आंदोलन नहीं, राज्य भर में धन्यवाद सभा का होगा आयोजन : ऐक्टू

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 18,220 आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं का चयन मुक्ति आदेश वापस लेने और सम्मानजनक मानदेय में बढ़ोतरी का आश्वासन मिलने के बाद ऐक्टू रविवार से राज्यभर में धन्यवाद सभा आयोजित करेगा. स्कीम वर्कर्स फेडरेशन की महासचिव शशि यादव, बिहार राज्य आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन (ऐक्टू) की राज्य अध्यक्ष रंजना यादव और ऐक्टू के राज्य सचिव रणविजय कुमार ने कहा है कि सात जनवरी से सत्याग्रह आंदोलन नहीं होगा और मुख्यमंत्री के समर्थन में धन्यवाद सभा आयोजित होगा.

चयन मुक्ति के आदेश को वापस लेने से आंगनबाड़ी सेविकाओं में हर्ष

सेविकाओं के चयन मुक्ति का आदेश आने के बाद आंगनबाड़ी संघ की महासचिव स्नेहलता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा शुरू से ही महिलाओं के कल्याण के लिए अनेक कार्य किए गये. मुझे पूरा विश्वास था कि वे आंगनबाड़ी सेविकाओं के मानदेय में वृद्धि के साथ-साथ हमारी चयन मुक्त सेविका बहनों की वापसी भी करेंगे. एक बार फिर इन्होंने महिला सशक्तीकरण की बात को साबित कर दिया. मुख्यमंत्री के इस निर्णय से मैं पूरे बिहार की सेविका की ओर से धन्यवाद देती हूं. साथ ही चयन मुक्त सेविकाओं की वापसी के लिए सभी बहनों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं दी है.

मौके पर ये रहे मौजूद

शिष्टमंडल से मुलाकात के दौरान मौके पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा एस सिद्धार्थ,वित्त विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी, समाज कल्याण विभाग के सचिव प्रेम सिंह मीणा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, समेकित बाल विकास सेवायें के निदेशक कौशल किशोर मौजूद थे.

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