कोरोना का संक्रमण हर दिन तेजी से बढ़ रहा है. कई लोग की मौत तो समय पर इलाज नहीं होने के कारण हो रही है. किसी अपने का साथ नहीं छूट जाए इसको ध्यान में रखते हुए जर्नलिस्ट हेल्प ग्रुप, का गठन किया गया है. इसका उदेश्य पत्रकारों और उनके परिवार को स्वास्थ्य से जुड़ी हुई सुविधा समया पर उपलब्ध करना है.
ग्रुप के सदस्य राजेश कुमार ओझा ने कहा कि जर्नलिस्ट हेल्प ग्रुप अपने साथियों के प्राथमिक उपचार के लिए नालंदा हॉस्पिटल एंड स्कैन रिसर्च सेंट से बात कर वहां पर पत्रकारों को तीन हजार रुपया में चेस्ट स्कैन करवाने की व्यवस्था कराया गया है. जो पत्रकार यह राशि भी देने में असमर्थ हैं उन्हें 1500 और जो वो भी देने में असमर्थ हैं उन्हें फ्री में कराया जा रहा है.
इसके साथ ही किसी साथी के कोरोना से संक्रमित होने की आशंका पर उसके घर से ही आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने की व्यवस्था की गई है. इसके लिए उन्हें 1300 रुपए देने पड़ेंगे. संक्रमित साथी को डॉ प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर में फ्री इलाज कराया जा रहा है. यहां उन्हें सिर्फ दवा का पैसा देना होता है. डॉक्टर का फीस और नर्सिंग का चार्ज नहीं देना पड़ेगा.
वैसे पत्रकार जिनके संक्रमित हेने पर दवा लाने वाला भी कोई नहीं है तो उनके घर या अस्पताल में दवा भी पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. पत्रकार जो संक्रमित होने के बाद घर में ही होम आईशोलेशन में रहकर अपना इलाज करवाना चाहते हैं उनको फोन पर डॉक्टरों की सलाह, जरुरत पड़ने पर ऑक्सीजन सिलेंडर और पारा मेडिकल स्टॉफ की सुविधा भी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है.
राजेश ओझा ने बताया कि जर्नलिस्ट हेल्प ग्रुप के गठन और इसको चलाने में समाज सेवी और शिक्षक रमेश मिश्रा का बहुत बड़ा सहयोग है. व्यवस्था को चलाने के लिए अभी तक हम लोग ने किसी के सामने पैसा नहीं मागें है. जो लोग स्वेच्छा से मदद कर रहे हैं और पत्रकार साथियों के सहयोग से ही यह सब किया गया है. उन्हेंने सभी पत्रकारों से जर्नलिस्ट हेल्प ग्रुप से जुड़ने के लिए अपील किया. इसके लिए वाट्सएप नंबर 9431381653 पर अपना नाम और संस्थान का नाम भेजने का भी आग्रह किया.
Posted By: Utpal Kant