Bihar News: नर्सिंग होम के खिलाफ आंदोलन चलाने वाले बुद्धिनाथ की हत्या, सड़क किनारे झाड़ी से बरामद हुआ झुलसा शव
Bihar News शुक्रवार की देर शाम उनका शव बेनीपट्टी-बसैठ एसएच 52 सड़क के उड़ेन स्थित पीपल एक पेड़ के समीप सड़क किनारे स्थित झाड़ी से मिला. इस मामले में भाई चंद्रशेखर झा ने साजिश के तहत निजी नर्सिंग होम के कर्मियों द्वारा लापता किये जाने का आरोप लगाया था
बेनीपट्टी. निजी नर्सिंग होम के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंकने वाले मुख्यालय बाजार के लोहिया चौक निवासी 22 वर्षीय बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा की हत्या कर दी गयी. शव की पहचान छिपाने के लिए अपराधियों ने उनके चेहरे व पूरे शरीर को बुरी तरह जला दिया. शुक्रवार की देर शाम उनका शव बेनीपट्टी-बसैठ एसएच 52 सड़क के उड़ेन स्थित पीपल एक पेड़ के समीप सड़क किनारे स्थित झाड़ी से मिला. इस मामले में भाई चंद्रशेखर झा ने साजिश के तहत निजी नर्सिंग होम के कर्मियों द्वारा लापता किये जाने का आरोप लगाया था, जिसमें बेनीपट्टी सहित आसपास के कई निजी नर्सिंग होम के नाम शामिल हैं. इसमें 11 ज्ञात एवं अन्य अज्ञात फर्जी नर्सिंग होम शामिल हैं. हालांकि पुलिस अन्य पहलुओं से भी हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी है.
नौ नवंबर की रात से थे लापता
जानकारी के अनुसार बुद्धिनाथ पिछले नौ नवंबर की रात से अपने घर के समीप स्थित अपने फोटोथेरेपी क्लिनिक से अचानक गायब हो गये थे. काफी खोजबीन के बाद भी उनका कहीं कोई अता-पता नहीं चला, तो 11 नवंबर को बेनीपट्टी थाने में मृतक के बड़े भाई चंद्रशेखर झा के आवेदन पर उनके लापता होने की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. दर्ज प्राथमिकी को उसका शव मिलने के बाद अब पुलिस के द्वारा हत्या में तब्दील कर दिया गया है. शव की पहचान मिटाने के लिए चेहरे पर पेट्रोल, तेजाब या एसिड आदि ज्वलनशील पदार्थ डाल दिया गया था. पूरा शरीर व मुंह जले रहने के कारण शव की विभत्स स्थिति थी. शव की पहचान मृतक के बड़े भाई त्रिलोक झा व मां ने हाथ की अंगुली में पहने अंगूठी, बांह में अवशेष बचे लाल शर्ट का कुछ अंश, मुंह व पांव में तिल के निशान आदि के आधार पर की.
चेहरा झुलसा होने से शिनाख्त में हुई परेशानी
शुक्रवार की देर शाम उक्त जगह किसी शव फेंके रहने की सूचना पुलिस को मिली. एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह के निर्देश पर बेनीपट्टी एसएचओ अरविंद कुमार के नेतृत्व में मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया. इसके बाद मृतक के परिजनों से शव की पहचान करायी गयी. इससे पूर्व पुलिस चेहरा स्पष्ट नहीं होने की वजह से पुरुष या महिला का शव होने के असमंजस में खुद उलझी रही और किसी महिला का शव होने की बात मीडिया कर्मियों को बताती रही. पोस्टमार्टम के बाद सदर अस्पताल में ही परिजन को शव सौंप दिया गया.
कई फर्जी क्लिनिकों पर करा चुके थे कार्रवाई
बुद्धिनाथ उर्फ अविनाश पिछले कई सालों से बेनीपट्टी बाजार सहित क्षेत्र के फर्जी नर्सिंग होमों पर कार्रवाई कराने को लेकर प्रयासरत रहता था. हाल के समय में भी उक्त फर्जी नर्सिंग होमों पर कार्रवाई कराने को लेकर कागजी प्रक्रिया में भी जुटा था. कई की जांच भी हुई और कई पर कार्रवाई भी.
कहते हैं एसडीपीओ
एसडीपीओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस घटना की गहन जांच कर रही है. इसमें शामिल हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर कांड का खुलासा कर लिया जायेगा. दोषी चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो पुलिस से वो किसी भी सूरत में बच नहीं सकता है. पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha