भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रविवार को लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार के सिलसिले में बिहार आए. जहानाबाद और आरा में अलग-अलग चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने बिहार और खासकर जहानाबाद से अपना कनेक्शन बताया. वहीं लालू-राबड़ी शासनकाल की याद दिलाते हुए लोगों को आगाह भी किया. जेपी नड्डा आरजेडी पर जमकर बरसे. एनडीए के उम्मीदवार को समर्थन देकर जिताने की अपील करते हुए केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार फिर से बनने का दावा किया.
मजबूत सरकार बनाने की अपील की..
जेपी नड्डा ने जहानाबाद में एनडीए उम्मीदवार के लिए वोट देने की अपील करते हुए कहा कि विकसित भारत बनाने का यह संकल्प वाला चुनाव है. केंद्र में मजबूर के बदले मजबूत सरकार बनाने की मांग की. उन्होंने कहा कि 2014 के पहले देश में मजबूर सरकार थी. पाकिस्तान को घेरते हुए आतंकवाद का जिक्र उन्होंने किया और पाकिस्तान में घुसकर भारतीय जवानों के द्वारा जवाब देने की बात कही. उन्होंने कहा कि पहले की मजबूर सरकार बिरयानी खिलाकर समझौता करती थी. मजबूत सरकार ने कश्मीर में धारा 370 को धाराशायी किया.
RJD का नाम बताकर व्यंग ताना..
जेपी नड्डा ने कोरोनाकाल में नरेंद्र मोदी सरकार के काम की तारीफ की. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे तो भारत तीन साल के अंदर तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा. वहीं विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने राजद को निशाने पर लिया आरजेडी को उन्होंने आर से राष्ट्रविरोधी-रिश्वतखोरी, जे से जंगलराज और डी से दलदल वाली पार्टी बताया. जेपी नड्डा ने कहा कि ये लालटेन युग में ले जाना चाहते हैं जबकि नरेंद्र मोदी एलईडी युग में लेकर आ गए.
लालू यादव पर जमकर बरसे..
जेपी नड्डा ने कहा कि मेरा बचपन यहां बीता है. मैंने लालू को छात्र नेता के रूप में देखा है. वो किस तरह इंदिरा गांधी के खिलाफ लड़ता था. भाई-भतीजा और जातिवाद के खिलाफ लड़ता था. मीसा जब पैदा हुई वो इसी MISA एक्ट के तहत अंदर थे. इसलिए बेटी का नाम मीसा रखा. लेकिन गंगा से इतना पानी बहा कि यही लालू जी आज परिवारवाद में फंसे. भ्रष्टाचार के खिलाफ जेपी का आंदोलन चलाने वाले वही लालू भ्रष्टाचार से आकंठ डूब गए. चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, नौकरियों के नाम पर जमीन खा गए.
बिहार में जंगलराज का किया जिक्र..
बिहार ने जंगलराज देखा. जहानाबाद में 2005 के पहले 3 बजे के बाद ना कोई आता था ना कोई जाता था. किसान पलायन कर रहे थे. अपहरण हो रहा था. फिरौती मांगी जा रहा था. ये बच्चा तेजस्वी क्या जाने बाप के कारनामे. बिहार को क्या दंश झेलना पड़ा है. आप भूल सकते हैं मैं नहीं भूल सकता. तेल पिलावन लाठी भंजावन रैली इन्होंने की थी. लोगों को डरा रहे थे. मैं इसी पटना कॉलेज का पढ़ा हुआ हूं. तब दुनिया के सबसे अच्छे प्रोफेसर यहां हुआ करते थे. सब पलायन कर गए. आज लालू और कांग्रेस एक हो गए. लालू मटन बनाना सिखा रहे राहुल को. ऊपर बैठी दादी भी रो रही होगी. ये स्वार्थी लोग हैं. ये बस अपने परिवार को बचाने में लगे हैं. मोदी जी ने कह दिया है एक भी भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा.