पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने 10 घंटे तक किया कार्य बहिष्कार, छह ऑपरेशन टले

पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों के 10 घंटे तक कार्य बहिष्कार के कारण बुधवार को इलाज व्यवस्था चरमरा गयी. राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक, इमरजेंसी समेत अन्य वार्डों में कुल छह छोटे ऑपरेशन टालने पड़े. यहां तक कि अस्पताल में मरीजों को स्ट्रेचर और ट्रॉली भी मुहैया नहीं हो पायी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 8, 2022 7:37 AM

पटना. पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों के 10 घंटे तक कार्य बहिष्कार के कारण बुधवार को इलाज व्यवस्था चरमरा गयी. राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक, इमरजेंसी समेत अन्य वार्डों में कुल छह छोटे ऑपरेशन टालने पड़े. यहां तक कि अस्पताल में मरीजों को स्ट्रेचर और ट्रॉली भी मुहैया नहीं हो पायी.

मरीज को कंधे पर उठाकर ले जाने को मजबूर

मरीजों को उनके परिजन कंधे पर उठाकर ले जाने को मजबूर हो गये. दरअसल, पीएमसीएच के शिशु रोग विभाग में एक जूनियर डॉक्टर औरमरीज के परिजन से धक्का- मुक्की हो गयी. मामला इतना अधिक बढ़ गया कि दोनों के बीच मारपीट की नौबत आ गयी. इस पर नाराज जूनियर डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार कर दिया.

वेंटिलेटर पर था बच्चा, इलाज करने को लेकर हुआ विवाद

जानकारी के अनुसार गया जिला निवासी सात वर्षीय एक बच्चे के सिर में ट्यूमर था. परिजनों ने उसे सोमवार को शिशु रोग विभाग में भर्ती कराया था. मालूम हो कि हाल ही में इंटर्न डॉक्टरों की हड़ताल के कारण पीएमसीएच में कई दिनों तक इलाज बाधित रहा था.

परिजन बोले, देखने नहीं आते डॉक्टर

परिजनों का कहना है कि उनका बच्चा वेंटिलेटर पर है, लेकिन सीनियर तो दूर की बात जूनियर डॉक्टर भी देखने नहीं आते थे. बच्चे की तबीयत बुधवार की अहले सुबह ज्यादा खराब हो गयी. ऑन ड्यूटी एक जूनियर डॉक्टर को इलाज के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया. इस पर बहस हो गयी और मामला अधिक बढ़ गया. मारपीट के बाद परिजनों ने 112 नंबर पर फोन किया. मौके पर पहुंची पीरबहोर थाने की पुलिस ने मामले को शांत कराया.

गिफ्तारी व सुरक्षा बढ़ाने पर अड़े रहे जूनियर डॉक्टर

कार्य बहिष्कार करने वाले जूनियर डॉक्टरों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मरीज के परिजन के समर्थन में कुछ अन्य लोग भी वार्ड में घुस गये थे. ऑन ड्यूटी जूनियर डॉक्टर की पिटाई की गयी. जो बच्चा भर्ती है, उसके परिजन दो साल से उसका अलग-अलग अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. डॉक्टर मारपीट करने वाले परिजनों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे.

वार्डों में अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड बढ़ाने का आश्वासन

जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ मनोरंजन ने बताया कि कार्य बहिष्कार के बाद पीएमसीएच अधीक्षक चैंबर में वार्ता के लिए बुलाया गया. अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने शिशु आदि वार्डों में अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड बढ़ाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद सभी जूनियर डॉक्टर शाम चार बजे अपने-अपने कार्य पर लौट गये और चिकित्सा व्यवस्था सुचारु हो सकी. वहीं, पीरबहोर थाना प्रभारी शफीउल हक ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से लिखित में मामला दर्ज नहीं कराया गया है.

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