पुलिस की पिस्टल से लेकर पुल तक खरीद रहे कबाड़ दुकानदार, चोरी का माल खपाने का बने जरिया
Sasaram : कबाड़ की दुकानों से पुल के लोहे से लेकर थाने के मालखाने से चोरी आर्मी की पिस्टल, बिजली के तार, बंदूक की गोलियां मिलती हैं.
दीपावली का समय चल रहा है. घरों में साफ-सफाई हो रही है. घर से कबाड़ निकल रहा है. कबाड़ लेने वाले गली-गली घर-घर घूम रहे हैं. ये गली में घूमकर कबाड़ लेने वाले जिले के दो सौ से अधिक कबाड़ दुकानों में अपना कबाड़ बेचते हैं. इनके अलावा अन्य कई लोग भी हैं, जो सीधे कबाड़ दुकानदार को अपना माल बेचते हैं. और यहीं से शुरू होता है, एक बड़ा खेल. इस खेल के कारण ही कबाड़ की दुकानों से पुल के लोहे से लेकर थाने के मालखाने से चोरी आर्मी की पिस्टल, बिजली के तार, बंदूक की गोलियां मिलती हैं. तभी तो लोग कहने लगे हैं कि जिले के कबाड़ में पुलिस की पिस्टल से लेकर पुल तक बिकने लगा है. इसकी बानगी जिले में कुछ घटनाएं हैं, जो कबाड़ दुकानदारों की कारस्तानी की चुगली कर रहे हैं. हालांकि इसमें कुछ ही कबाड़ दुकानदार शामिल हैं, पर नाम तो कबाड़ दुकानदारों का हो रहा है.
कबाड़ दुकानों में खपता है सभी तरह का माल
जिले के लगभग थानों में ट्रक पकड़े जाने के दूसरे-तीसरे दिन पुलिस अभिरक्षा में खड़े ट्रकों की बैटरी और टूल किट गायब हो जाते हैं. हालांकि, इसकी प्राथमिकी नहीं होती. इसके पीछे का कारण पुलिस का खौफ कहें या ट्रक मालिक किसी पचड़े में उलझने से बचना चाहते. पर इस तरह के कांड वर्षों से हो रहे हैं और अब भी जारी हैं. एक ट्रक मालिक विजय कुमार ने बताया कि मेरा ट्रक कागजात के अभाव में पकड़ा गया था. थाने में खड़ा हुआ और दूसरे दिन बैटरी के साथ टूल गायब था. हम किस पर प्राथमिकी दर्ज कराएं. चुप रहने में ही भलाई समझी. वर्तमान समय में एक हजार से अधिक ट्रक व बड़े वाहन विभिन्न थानों में जब्त हैं. इनकी जांच की जाये, तो शायद ही किसी में बैटरी या टूल किट मिले. इसके अलावा कई सामान गायब होता है. अब बात आती है कि ये चोरी का सामान खपाते कहां हैं? तो, कबाड़ दुकानों की ओर उंगली उठती है, क्योंकि जो पुल व पुलिस की पिस्टल खरीद सकते हैं, उनके लिए बैटरी व टूल मामूली सामग्री है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जब चोरी की शिकायत मिलती है, तो चोरों के पकड़े जाने पर उनकी निशानदेही पर कबाड़ दुकानों में छापेमारी की जाती है. इसकी रोकथाम के लिए पुलिस लगातार प्रयास करती है. (दिलीप कुमार, सदर एसडीपीओ वन)
कबाड़ से बरामद सामान पर एक नजर
केस -1
12 अप्रैल 2022 में नासरीगंज के अमियावर स्थित लोहे के पुल की चोरी हो गयी थी. कुछ दिन बाद चोरी के पुल का लोहा अकोढ़ीगोला के कबाड़ दुकान से बरामद हुआ. पुलिस ने अकोढ़ीगोला थाना क्षेत्र के गोपीगढ़ निवासी कबाड़ संचालक मनीष कुमार, सच्चिदानंद सिंह, जयनगर गांव निवासी गोपाल कुमार व चंदवा गांव निवासी चंदन कुमार को गिरफ्तार किया गया था.
केस-2
गत 29 सितंबर से तीन अक्तूबर तक तिलौथू थाने के मालखाने से चोरी हुई थी. मामले का खुलासा पांच दिन बाद आठ अक्तूबर को हुआ था और नौ व दस अक्तूबर को पुलिस ने डेहरी की एक कबाड़ी दुकान से मालखाने से चोरी आर्मी की एक पिस्टल और 03.9 एमएम की आठ गोलियां बरामद की थीं. इस कांड में चार नाबालिगों सहित तीन कबाड़ संचालकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
केस-3
गत 20 अक्तूबर को सासाराम स्थित डीएफसीसीआइएल के गोदाम के शेड से ओएचइ केबल की चोरी हुई थी. दो दिन बाद 22 अक्तूबर को कैमूर जिले के दुर्गावती गांव स्थित कबाड़ दुकान से ओएचइ केबल आरपीएफ ने बरामद किया था. इस कांड में कबाड़ संचालक को गिरफ्तार किया था.
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