Bihar news: कैमूर उद्योग विभाग के GM सरकारी दफ्तर में छलका रहे थे जाम, पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया

Bihar sharabbandi: कैमूर उद्योग विभाग का जीएम को पुलिस ने शराब का सेवन करते गिरफ्तार किया है. अधिकारी महोदय अपने कार्यालय में बैठकर ही शराबंबदी कानून की धज्जियां उड़ा रहे थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2022 9:50 PM

Bihar News: बिहार में शराबबंदी कानून की जमीनी हकीकत क्या है. यह किसी से छिपी हुई नहीं है. हालांकि, समय-समय पर पुलिस पियक्कड़ों और माफियाओं की गिरफ्तारी करते रहती है. ताजा मामला बिहार के कैमूर जिले का है. यहां पुलिस ने शराब के नशे में धुत होकर हंगामा कर रहे कैमूर उद्योग विभाग का जीएम को गिरफ्तार किया है. अधिकारी महोदय अपने कार्यालय में बैठकर ही शराबंबदी कानून की धज्जियां उड़ा रहे थे.

कार्यालय के कर्मी ने ही पटना में दी थी सूचना

आरोपी जीएम की पहचान श्यामू कुमार के रूप में हुई है. श्यामू कुमार को कैमूर उद्योग विभाग की जिम्मेवारी बीते जुलाई माह में दी गयी थी. अभी उनके कार्यकाल का पांच माह भी पूरा नहीं हुआ था और अधिकारी महोदय ने अपने कार्यालय में बैठकर ही शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ा दी. जानकारी के मुताबिक आरोपी अधिकारी की गिरफ्तारी कार्यालय के ही एक कर्मी की गुप्त सूचना के आधार पर हुई है. कर्मी ने अपने अधिकारी के बारे में शराब सेवन की सूचना डायल-112 पटना हेड क्वार्टर को दी थी. जिसके बाद कैमूर पुलिस हरकत में आयी थी.

270 पॉइंट निकली शराब सेवन की मात्रा

शराब सेवन की सूचना मिलने के बाद कैमूर पुलिस पूरे साजो-सामान के साथ कैमूर उद्योग विभाग के जीएम के दफ्तर में पहुंची थी. पुलिस ने जब मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिए आरोपी महोदय को ब्रेथ एनालाइजर का प्रयोग करने को कहा, तो पहले तो जीएम ने आनाकानी की. लेकिन जब पुलिस ने जबरन मुंह में ब्रेथ एनालाइजर लगाया तो मामला दूध का दूध और पानी का पानी हो गया. ब्रेथ एनालाइजर से जांच में शराब की मात्रा 270 पॉइंट निकली.

जांच-पड़ताल जारी

मामले की बारे में भभुआ थाने के एसआई ने बताया कि पटना से सूचना मिलने के बाद टीम गठित कर उद्योग विभाग के ऑफिस में छापेमारी की गई थी. जहां जीएम अपने कार्यालय में ही शराब का सेवन कर हंगामा कर रहे थे. आरोपी जीएम को हिरासत में लेकर आगे की कानून कार्रवाई की जा रही है.

गौरतलब है कि नीतीश सरकार भले ही बिहार में शराबबंदी कानून को प्रभावी बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. सरकार और प्रशासन द्वारा लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है. शराब पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. लेकिन, जिन सरकारी मुलाजिमों को शराब नहीं पीने की शपथ दिलाई गई थी, वहीं सरकारी अधिकारी और कर्मचारी शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं. इससे पहले बीते 6 अक्टूबर को पुलिस ने पटना में गुरुवार को पटना नगर निगम के 2 इंस्पेक्टर समेत 4 कर्मचारियों को शराब पार्टी करते गिरफ्तार किया था. बताते चलें कि गिरफ्तार अधिकारी व कर्मी वही लोग हैं जिन्हें राज्य सरकार द्वारा कुछ महीने पहले ही शराब नहीं छूने और कभी नहीं पीने की शपथ दिलाई थी.

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