डेढ़ महीने से 1000 स्ट्रीट लाइट खराब या बंद, सड़कों पर अंधेरा

शहर में प्रकाश की व्यवस्था करने वाली एजेंसी इइसीएल की मनमानी पर नगर विकास विभाग द्वारा उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है. ब्लैक लिस्टेड कर दिये जाने के चलते एजेंसी ने भभुआ नगर पर्षद क्षेत्र में लगी स्ट्रीट लाइट की देखरेख और मरम्मत करने से अपने हाथ खड़े कर लिये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2024 8:59 PM
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भभुआ सदर. शहर में प्रकाश की व्यवस्था करने वाली एजेंसी इइसीएल की मनमानी पर नगर विकास विभाग द्वारा उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है. ब्लैक लिस्टेड कर दिये जाने के चलते एजेंसी ने भभुआ नगर पर्षद क्षेत्र में लगी स्ट्रीट लाइट की देखरेख और मरम्मत करने से अपने हाथ खड़े कर लिये हैं. यानी भभुआ शहर की स्ट्रीट लाइट फिलहाल भगवान भरोसे हो चुकी है. उदाहरण के तौर पर पिछले डेढ़ महीने से शहर के लगभग एक हजार स्ट्रीट लाइट खराब या बंद हैं, लेकिन ना तो उनकी मरम्मत हो पा रही है और ना ही वैसे खराब स्ट्रीट लाइटों को बदला ही जा रहा है. इधर, नगर पर्षद प्रशासन भी स्ट्रीट लाइट के रखरखाव को लेकर नगर विकास विभाग से मार्गदर्शन के इंतजार में है. वहीं, नगर विकास विभाग ने भी स्ट्रीट लाइट को लेकर नगर पर्षद भभुआ के कार्यपालक पदाधिकारी को फिलहाल वेट एंड वाच के निर्देशन में रहने का आदेश जारी किया है. गौरतलब है वर्ष 2019 में शहर के मुख्य सड़क डीएम आवास से पटेल चौक, अटल बिहारी हाईस्कूल से एकता चौक, एकता चौक से बस स्टैंड, जयप्रकाश चौक से हवाई अड्डा तक व एकता चौक से पूरब पोखरा तक इनर्जी एफीशेंसी सर्विसेज लिमिटेड यानी इइसीएल नामक एजेंसी को एलइडी स्ट्रीट लाइट्स लगाने की जिम्मेदारी दी गयी थी. लेकिन, इस एजेंसी के खिलाफ शहर में एलइडी लाइट के क्वालिटी, रिपेयरिंग और काम को लेकर अक्सर शिकायतें मिल रही थीं. अब नगर विकास विभाग ने लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर एजेंसी को ही ब्लैक लिस्टेड कर दिया है, जिसके चलते फिलहाल डेढ़ महीने से मुख्य सड़क पर लगी इन जगहों के अधिकतर यानी एक हजार से अधिक लाइट्स खराब हैं. इसके अलावा अधिकतर वार्डों में लगायी गयी एलइडी लाइट भी मरम्मत या रखरखाव के अभाव में खराब हैं. इस कारण शाम को मुख्य सड़क के साथ साथ कई मुहल्ले अंधेरे में डूब जा रहे हैं. = कही बंद, तो कही खंभे पर लगी लाइट ही हो चुकी गायब गौरतलब है कि नगर पर्षद की ओर से शहर के प्रमुख सड़कों पर स्ट्रीट पोल के साथ 289 लाइट लगायी गयी हैं. लेकिन, इनमें से मात्र 82 लाइट ही प्रकाश दे रहे हैं और बाकी के 207 लाइट बंद पड़े हैं. उनमें से भी अखलासपुर बस स्टैंड से कैमूर स्तंभ तक लगे स्ट्रीट पोल से तीन लाइट गायब हैं. जबकि, एकता चौक से जेपी चौक तक दो स्ट्रीट लाइट गायब है. साथ ही कई जगह तो लगने के बाद से लाइट चालू ही नहीं हुए, तो कई जगह स्ट्रीट लाइट नहीं जलने के चलते जंगली झाड़ और बेलों के झुंड से ढंक गये हैं. = रखरखाव के अभाव में अधिकतर स्ट्रीट लाइट खराब एजेंसी के मनमाने रवैये और रखरखाव के अभाव में शहर की कई सड़कों पर लगायी गयी स्ट्रीट लाइट्स महीनों दिन से खराब हैं, खास बात यह कि अति सुरक्षित माना जाने वाला कचहरी रोड, भभुआ मोहनिया मुख्य सड़क पर तो शाम ढलते ही घुप अंधेरा छा जा रहा है. इसके चलते इन क्षेत्रों के मुख्य सड़क की गतिविधि नहीं मिल पाती है. स्ट्रीट लाइट के बंद रहने से शहर के लोग भी अंधेरे से आने जाने में परेशान होते है. गौरतलब है कि शहर की मुख्य सड़क पर स्थित अखलासपुर बस स्टैंड से एकता चौक, कचहरी रोड, जयप्रकाश चौक, पटेल चौक, देवीजी रोड में हवाई अड्डा तक, वन विभाग से डीएम आवास तक के मुख्य सड़कों के दोनों तरफ स्ट्रीट पोल पर एलइडी लाइट लगायी गयी है. लेकिन, मरम्मत के अभाव में या फिर खराब रहने के चलते अधिकतर एलइडी लाइट बंद हैं. = विभाग से मांगा जा रहा है मार्गदर्शन शहर में खराब या बंद स्ट्रीट लाइट्स के संबंध में नप के कार्यपालक पदाधिकारी संजय उपाध्याय का कहना था कि पूर्व में इइसीएल द्वारा शहर में लगी स्ट्रीट लाइट्स की देखरेख की जाती थी, लेकिन विभाग ने उक्त एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है. विभाग ने नगर निकाय को भी अभी वेट एंड वाच में रहने को कहा है. हालांकि, शहर की इस समस्या को लेकर मार्गदर्शन के लिए विभाग से पत्राचार किया जा रहा है.

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