बिना किसी बैठक के ही नये बोर्ड व इओ में ठनी
डीएम ने शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए नगर पर्षद की बुलायी थी बैठक अध्यक्ष सहित पार्षदों ने इओ पर काम नहीं करने का लगाया आरोप भभुआ कार्यालय : भभुआ नगर पर्षद के गठित नये बोर्ड व कार्यपालक पदाधिकारी (इओ)के बीच बगैर बोर्ड की कोई बैठक हुए ही आपस में ठन गयी है. […]
डीएम ने शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए नगर पर्षद की बुलायी थी बैठक
अध्यक्ष सहित पार्षदों ने इओ पर काम नहीं करने का लगाया आरोप
भभुआ कार्यालय : भभुआ नगर पर्षद के गठित नये बोर्ड व कार्यपालक पदाधिकारी (इओ)के बीच बगैर बोर्ड की कोई बैठक हुए ही आपस में ठन गयी है. यह विवाद मंगलवार को डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा शहर के सौंदर्यीकरण के लिए बुलायी गयी बैठक में खुल कर सामने आ गया.
नगर पर्षद के नये अध्यक्ष जैनेंद्र कुमार आर्य ने डीएम के समक्ष कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ सिंह की शिकायत करते हुए कहा कि अध्यक्ष चुने जाने के बाद से बार-बार कहे जाने के बावजूद कार्यपालक पदाधिकारी ने पांच मिनट का भी समय नहीं दिया. यहां तक कि अध्यक्ष का चुनाव हुए 20 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक सशक्त समिति के सदस्यों का न तो शपथ हुआ और न ही अभी तक बोर्ड की एक भी बैठक हो सकी है.
इसके लिए बार-बार कार्यपालक पदाधिकारी मौखिक व लिखित तौर पर सूचित करते रहे. लेकिन, कार्यपालक पदाधिकारी ने एक भी न सुनी.
दरअसल, शहर को साफ-सुथरा व अतिक्रमणमुक्त बनाने के लिए डीएम ने मंगलवार को नगर पर्षद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सदस्यों सहित कार्यपालक पदाधिकारी की एक बैठक बुलायी थी. बैठक में डीएम ने जब अध्यक्ष से विकास कार्यों को लेकर उनकी योजना व समस्या के बाबत पूछा, तो उन्होंने कहा कि नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी उनकी एक भी बात नहीं सुनते हैं. शहर में 101 सीएफएल बल्ब खराब हैं, जिसके बदलने की अवधि 29 जून को समाप्त हो रही है. लेकिन, बार-बार कहे जाने के बावजूद कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा इसे नहीं कराया जा रहा है.
छह हजार रुपये के लिए नगर पर्षद की जेसीबी मशीन खराब है. लेकिन, उसे मरम्मत नहीं कराया जा रहा है, जिसके कारण प्राइवेट जेसीबी से काम कराने को विवश हैं. इसके इतर अब तक सशक्त समिति के सदस्यों का शपथ भी नहीं हुआ है. बोर्ड की बैठक बुलाने को लेकर भी लिखित व मौखिक रूप से कार्यपालक पदाधिकारी को कहा गया. लेकिन, उनके द्वारा बैठक नहीं बुलायी गयी. बैठक में मौजद पार्षद इसलाम अंसारी व दिनेश गुप्ता ने कहा कि पूर्व की बोर्ड में भी जो निर्णय लिये गये थे, उसका भी अनुपालन आज तक नहीं कराया गया. कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा बोर्ड में लिये गये निर्णयों का भी अनुपालन नहीं किया जाता है.
कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ सिंह ने कहा कि सशक्त समिति के सदस्यों के शपथ सहित बोर्ड की बैठक के लिए एक प्रक्रिया बनायी गयी है. इस प्रक्रिया के तहत कार्य किया जा रहा है. अध्यक्ष नियमों को ताक पर रख कर जबरन काम कराना चाहते हैं. बैठक में डीएम ने नगर पर्षद में टकराहट की स्थिति देख दोनों पक्षों के विवाद को सुलझाने के लिए बिंदुवार दिशा निर्देश जारी किये और नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी को डांट पिलायी. उन्होंने कहा कि पिछले बोर्ड में भी आपकी इसी तरह की शिकायत मिलती रही है.
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि आपके काम नहीं करने से शहरवासियों का नुकसान व उन्हें परेशानी होगी, जिसे बरदाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने बैठक में दोनों पक्षों का विवाद सुलझाते हुए शहर को अतिक्रमणमुक्त करने, वार्डों में रोशनी के लिए सीएफएल को 29 जून तक बदलवाने, कचड़ा को नियमित साफ कराने व शहर में ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने के लिए एक डीपीआर तैयार करने का निर्देश जारी किया है.