इलाज के अभाव में डायरिया पीड़ित बच्चे ने तोड़ा दम
इचांव गांव में अब भी दर्जनों लोग डायरिया से बीमार भभुआ सदर : चांद थाना क्षेत्र के इचांव गांव में गंदगी व प्रदूषित पानी के चलते दर्जनों लोग डायरिया से पीड़ित हैं. रविवार को डायरिया पीड़ित इचांव निवासी जोखू यादव के दो वर्षीय पुत्र विधायक यादव की सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाये जाने […]
इचांव गांव में अब भी दर्जनों लोग डायरिया से बीमार
भभुआ सदर : चांद थाना क्षेत्र के इचांव गांव में गंदगी व प्रदूषित पानी के चलते दर्जनों लोग डायरिया से पीड़ित हैं. रविवार को डायरिया पीड़ित इचांव निवासी जोखू यादव के दो वर्षीय पुत्र विधायक यादव की सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाये जाने के दौरान मौत हो गयी. जबकि, मृत बच्चे का बड़ा भाई छह वर्षीय नीतीश कुमार अब भी एक निजी अस्पताल में जीवन और मौत के बीच झूल रहा है.
गौरतलब है कि इचांव गांव में प्रदूषित पानी के सेवन और गंदगी से गांव के अधिकतर लोग बीमार चल रहे हैं. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में रेस्क्यू चलाने की जगह केवल खानापूर्ति में लगी हुई है. शनिवार की रात जब गांव के अन्य लोगों की तरह जोखू यादव के भी दोनों पुत्र डायरिया की चपेट में आ गये, तो परिजन दोनों को भागे-भागे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे.
सुबह चार बजे से बैठे-बैठे जब डॉक्टर के दर्शन सात बजे तक नहीं हुए, तो परिजन विधायक को लेकर निजी अस्पताल लेकर भागे. लेकिन, समय पर उचित इलाज नहीं मिलने के चलते निजी क्लिनिक ने जवाब दे दिया, तो पुन: दोपहर बाद चार बजे सदर अस्पताल लेकर आये. लेकिन, उचित इलाज नहीं मिलने व स्वास्थ्य व्यवस्था की लापरवाही से दो वर्षीय विधायक की जान चली गयी थी.
उधर, सदर अस्पताल में भरती दूसरे बेटे के इलाज में डॉक्टर व कर्मियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही से उसकी भी जान पर बन आयी, तो परिजन उसे भी इलाज के लिए निजी अस्पताल लेकर चले गये, जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. मृत बच्चे के पिता व भाई प्रमोद का कहना था कि शनिवार रात में जब हमलोग अस्पताल पहुंचे थे. अगर, उस वक्त डॉक्टर उपलब्ध होते तो बच्चे को बचाया जा सकता था.