एडीएम का फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोपित डीइओ गिरफ्तार
शराब मामले में जब्त गाड़ियों के रिलीज ऑर्डर पर किया फर्जी हस्ताक्षर भभुआ नगर : शराब मामले में जब्त किये गये वाहन को रिलीज करने के लिए विधि शाखा में कार्यरत कार्यपालक सहायक द्वारा एडीएम का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर डीटीओ को भेजने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले में आरोपित कार्यपालक सहायक को […]
शराब मामले में जब्त गाड़ियों के रिलीज ऑर्डर पर किया फर्जी हस्ताक्षर
भभुआ नगर : शराब मामले में जब्त किये गये वाहन को रिलीज करने के लिए विधि शाखा में कार्यरत कार्यपालक सहायक द्वारा एडीएम का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर डीटीओ को भेजने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले में आरोपित कार्यपालक सहायक को स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है.
जानकारी के अनुसार, जिला समाहरणालय स्थित विधि शाखा में वेलट्रान से नियुक्त डाॅटा इंट्री ऑपरेटर (डीइओ) नित्यानंद राय ने विधि शाखा के प्रभारी वरीय उपसमाहर्ता फतेह फैयाज का फर्जी हस्ताक्षर कर शराब मामले में पकड़े गये वाहन का रिलीज ऑर्डर जारी कर दिया. इसके अलावे वरीय उपसमाहर्ता केके उपाध्याय का भी फर्जी हस्ताक्षर डॉटा इंट्री ऑपरेटर द्वारा किया गया है.
वरीय उपसमाहर्ता फतेज फैयाज ने बताया कि डाॅटा इंट्री ऑपरेटर विधि शाखा व बैंकिंग से जुड़े मामलों को देखता था. मेरी गैरहाजिरी में ऑपरेटर ने मेरा फर्जी हस्ताक्षर कर वाहन का रिलीज ऑर्डर डीटीओ के नाम से जारी कर दिया. इस मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा ऑपरेटर को गिरफ्तार किया जा चुका है.
जिलाधिकारी ने लिया संज्ञान : डाॅटा इंट्री ऑपरेटर के कारनामे का खुलासा डीएम राजेश्वर प्रसाद सिंह द्वारा रिलीप ऑर्डर के जांच के दौरान हुआ.
इसके अलावे अन्य कागजात पर भी वरीय उपसमाहर्ता केके उपाध्याय का फर्जी हस्ताक्षर का मामला भी जांच के दौरान प्रकाश में आया है, जिसके बाद डीएम ने इस मामले में त्वरित एक्शन लेते हुए डाॅटा इंट्री ऑपरेटर को तत्काल हिरासत में लेने का निर्देश दिया. इसके बाद स्थानीय पुलिस ने ऑपरेटर पर प्राथमिक दर्ज करते हुए उसे हिरासत में ले लिया है.
अब होगी जांच : डाॅटा इंट्री ऑपरेटर द्वारा इतनी बड़ी जालसाजी के आरोप के बाद यह मामला जिला समाहरणालय में स्थित विभागों में चर्चा का विषय बना हुआ है. वरीय अधिकारियों ने बताया कि अब डाटा इंट्री ऑपरेटरों की कार्यशैली और ऑफिस में आने जानेवाले लोगों पर भी नजर रखी जायेगी.
काफी गंभीर है मामला
डाॅटा इंट्री ऑपरेटर द्वारा वरीय उपसमाहर्ता के फर्जी हस्ताक्षर किये जाने के मामले में ऑपरेटर को हिरासत में लिया जा चुका है. ऑपरेटर के कार्यशैली की जांच कार्रवाई जा रही है. मामला काफी गंभीर है.
राजेश्वर प्रसाद सिंह, डीएम कैमूर