भवनों को अधूरा छोड़ ठेकेदार गायब, किसी का ध्यान नहीं
बम्हौरखास में तीन साल व कठेज में एक साल से भवन है अधूरा, मुजान में बिना सुविधा के हैंडओवर तीन भवन पूरे नहीं हुए कि पांच पंचायतों के लिए चला गया प्रपोजल मोहनिया सदर : प्रखंड की 18 पंचायतों में से केवल तीन पंचायतों में ही पंचायत सरकार भवन का निर्माण अब तक हुआ है. […]
बम्हौरखास में तीन साल व कठेज में एक साल से भवन है अधूरा, मुजान में बिना सुविधा के हैंडओवर
तीन भवन पूरे नहीं हुए कि पांच पंचायतों के लिए चला गया प्रपोजल
मोहनिया सदर : प्रखंड की 18 पंचायतों में से केवल तीन पंचायतों में ही पंचायत सरकार भवन का निर्माण अब तक हुआ है. इन तीन पंचायतों में इस भवन का निर्माण पूरा ही नहीं हुआ कि प्रखंड प्रशासन ने पांच अन्य पंचायतों में भी पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए प्रपोजल तैयार कर जिला को भेज दिया है.
यदि हम मुजान पंचायत में बने पंचायत सरकार भवन की बात करें, तो यहां न तो भवन तक पहुंचने का रास्ता है और न ही बिजली, पानी सहित अन्य सुविधाएं. फिर भी वरीय पदाधिकारियों के दबाव में आकर बीडीओ अरुण सिंह ने मुखिया सुग्रीव पासवान को ठेकेदार से उक्त भवन को हैंडओवर लेने का आदेश दे दिया.
बीडीओ के आदेश के आलोक में मुखिया ने भवन में मिलनेवाली सुविधाओं की कमी का लिखित हवाला देते हुए भवन को ठेकेदार से ले लिया. आज स्थिति यह है कि सभी सुविधाओं से वंचित इस भवन को इनसान तो दूर जानवर भी नहीं पूछ रहे हैं. निर्माण में ठेकेदार की शिथिलता ने जहां इस भवन को सुविधाओं से वंचित कर दिया.
वहीं, वरीय पदाधिकारियों के दबाव ने इस सुविधाविहिन भवन को वीरान कर दिया. भवन के ठीक सामने गहरे गड्ढे में भरा पानी, भवन के सामने की धंसी सीढ़ियां और उसके सामने उगी झाड़ियां व जंग खाता भवन का चैनल गेट इस बात का गवाह है कि लगभग 80 लाख की लागत से बनने के बाद भी हम वीरान है.
इतना ही नहीं बताया जाता है कि जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने यह आश्वासन भी दिया था कि आप भवन को ठेकेार से हैंडओवर कर लिजिए, बाद में इसमें सभी सुविधाएं ठेकेदार द्वारा करा दी जायेगी. लेकिन हुआ क्या, आठ माह बीत जाने के बाद भी ठेकेदार का अब तक पता नहीं चला.
एक साल में निर्माण करना है पूरा
बम्हौरखास व कठेज पंचायत में भी पंचायत सरकार भवन की यही स्थिति है. बम्हौरखास पंचायत में तो इस भवन का निर्माण शुरू हुए लगभग तीन वर्ष हो गये, फिर भी भवन अधूरा है.
ठेकेदार भवन को अर्द्धनिर्मित छोड़ कर कहां भाग गया, किसी को पता तक नहीं है. भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कराने के लिए प्रशासन भी उस ठेकेदार को खोजने की जहमत उठाना नहीं चाह रहा है. जबकि, नियम के अनुसार एक वर्ष में इस भवन का निर्माण कराना होता है. यही स्थिति कमोवेश कठेज पंचायत में भी है. यहां भी भवन को अधूरा छोड़ ठेकेदार लंबे समय से गायब है.
पंचायत सरकार भवन के निर्माण के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि पंचायत प्रतिनिधियों और यहां आनेवाले कर्मचारियों के बैठने के लिए एक सुरक्षित और सभी सुविधाओं से लैस भवन हो, जिसमें सभी एक छत के नीचे बैठ कर जनता की समस्याओं को सुन सके. अभी इन तीन पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य पूरा ही नहीं हुआ कि उसरी, बढुपर व भरखर पंचायत सहित पांच पंचायतों में इस भवन के निर्माण के लिए प्रपोजल तैयार कर बीडीओ ने जिला को भेज दिया है
बोले अधिकारी
बीडीओ अरुण सिंह ने बताया कि मुजान में पंचायत सरकार भवन तो बन कर तैयार है, लेकिन रास्ता, बिजली, पानी सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं है. फिर भी वरीय पदाधिकारी के दबाव के बाद हमने मुखिया से सुविधाओं की कमी लिखते हुए ठेकेदार से भवन को हैंडओवर कर लिया. जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि ठेकेदार सभी सुविधाएं भवन में लगवा देगा. लेकिन, आठ माह बीत गया ठेकेदार का कोई पता नहीं है.
जिला पंचायत राज पदाधिकारी मोहम्मद ज्याउल्लाह ने कहा कि हमने ठेकेदार से भवन हैंडओवर लेने के लिए नहीं कहा था. मुजान के मुखिया को अधूरा भवन हैंडओवर लेना ही नहीं चाहिए था. उसने गलती की. यह मामला पहले का है. फिर भी ठेकेदार से उसमें सुविधाएं लगवायी जायेंगी, जहां भी भवन अधूरा है उसे पूरा कराया जायेगा.
बोले मुखिया
बम्हौरखास पंचायत के मुखिया बुल्लू राम ने बताया कि हमारे पंचायत में तीन वर्ष पहले ठेकेदार ने पंचायत सरकार भवन का निर्माण शुरू किया और अधूरा छोड़ कर भाग गया. अब तक उसका पता नहीं है. प्रशासन भी उसकी जानकारी करना मुनासिब नहीं समझ रहा है़