भगवानपुर बाजार में उपद्रव, चलीं लाठी व गोलियां, कई घायल
भगवानपुर/भभुआ : पिछले 16 दिसंबर को शराब के साथ पकड़े गये एक आरोपित की बुधवार को मौत हो जाने के बाद भगवानपुर बाजार का माहौल अचानक गरम हो गया. मामले ने इतना तूल पकड़ा कि पूरन चेरो नामक मृतक के परिजनों व समर्थकों ने भगवानपुर चौक को बुरी तरह जाम कर दिया. जब जाम से […]
भगवानपुर/भभुआ : पिछले 16 दिसंबर को शराब के साथ पकड़े गये एक आरोपित की बुधवार को मौत हो जाने के बाद भगवानपुर बाजार का माहौल अचानक गरम हो गया. मामले ने इतना तूल पकड़ा कि पूरन चेरो नामक मृतक के परिजनों व समर्थकों ने भगवानपुर चौक को बुरी तरह जाम कर दिया.
जब जाम से निबटने के लिए पुलिस बल पहुंचा, तो बात और बिगड़ गयी. देखते ही देखते पहले पुलिस लाठीचार्ज, फिर भीड़ की तरफ से रोड़ेबाजी और अंत में पुलिसिया कार्रवाई के तहत गोलियां चलायी गयीं.
इससे पहले नाराज लोगों की भीड़ ने थाने पर हमला बोल दिया. खबर लिखे जाने तक भगवानपुर चौक से भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा करीब 40 राउंड गोलियां चलायी गयीं. नाराज लोगों की भीड़ की तरफ से हुई रोड़ेबाजी में एसडीपीओ, एएसपी (अभियान) व एक जवान घायल हो गये. एसडीपीओ के चेहरे पर चोट लगी, तो एएसपी को पैर में.
जवान का सर फूटे होने की जानकारी मिली है. भीड़ में शामिल रवि पासवान नामक एक युवक को हाथ में गोली लगी है. दूसरे अन्य लोग भी घायल हुए होंगे. हालांकि, पुलिस का कहना है कि रवि उसकी गोली से घायल नहीं हुआ है. भीड़ से ही किसी ने गोली चलायी है, जो उसे लगी है. इस घटना से इलाके में भारी तनाव है. भगवान में धारा 144 लागू कर दी गयी है.
घटना के बारे में पता चला है कि बुधवार की दोपहर जैसे ही पूरन चेरो नामक ऊपरोक्त आरोपित की मृत्यु की खबर बनारस से भगवानपुर पहुंची, उसे जानने-पहचाननेवाले उग्र हो गये. वे सड़क पर बैठ गये, जिससे भगवानपुर चौक जाम हो गया. नाराज लोगों की भीड़ पूरन की मौत का हिसाब चाह रही थी.
वे लोग इस बात पर बल दे रहे थे कि जब तक पूरन की लाश बनारस से भगवानपुर नहीं आती, तब तक वे जाम नहीं हटायेंगे. साथ ही वे पूरन के परिजनों के लिए मुआवजे के साथ ही उसके किसी एक परिजन के लिए सरकारी नौकरी की भी मांग कर रहे थे.
पूरन के परिजनों व समर्थकों का आरोप है कि पड़री गांव में शराब के साथ पकड़े जाने के बाद थानेदार चंद्रमणि ने पूरन की जबर्दस्त पिटाई कर दी थी, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ी.
उधर, पुलिस का कहना है कि शराब के साथ पकड़े जाने के बाद वह स्वत: तेजी से बीमार पड़ा, जिसके बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल भिजवाया गया. बाद में डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए उसे बनारस रेफर कर दिया था. बाद में पता चला कि ब्रेन हेमरेज के चलते पूरन की तबीयत बिगड़ी थी. स्मरणीय है कि पूरन के ठिकाने पर छापे से ठीक पहले 16 दिसंबर को ही पुलिस ने बजडीहवां के सूरज राम के ठिकाने पर भी छापा मारा था.
वहां से तब पुलिस को एक बंदूक के अतिरिक्त तीन कारतूस व 12 बोतल शराब मिली थी. यहीं पर एकगुप्त सूचना मिलने के बाद पुलिस पूरन के ठिकाने पर भी छापे के लिए पहुंची थी, जहां उसे दो बोतल महुआ शराब व जावा महुआ के साथ पकड़ा गया था.
उधर, बुधवार को भगवानपुर बाजार में जाम की खबर मिलने पर स्थानीय बीडीओ व सीओ आदि घटनास्थल पर पहुंचे. पर, बात बनती नहीं देख मामले की सूचना भभुआ मुख्यालय भेजी गयी. इसके पश्चात एसडीपीओ अजय प्रसाद घटनास्थल पर पहुंचे. एएसपी अभियान राजीव रंजन भी पहुंचे. जाम हटाने के लिए बातें होती रहीं, पर पूरन के समर्थक टस से मस नहीं हो रहे थे. इस बीच, जाम से निबटने के लिए पुलिस ने वहां लाठी चार्ज किया. उग्र लोगों की भीड़ ने भी इसके जवाब में रोड़ेबाजी कर दी. बाद में स्थिति अनियंत्रित देख पुलिस ने हवाई फायरिंग शुरू की. बताया गया है कि देर शाम तक घटनास्थल पर करीब 40 राउंड गोलियां चल चुकी थीं.