सराहनीय : थाना परिसर में ही गरीब बच्चों की ”क्लास” लगाते हैं थानेदार दिवाकर

भभुआ : पुलिस का नाम जेहन में आते ही एक कड़क, दबंग एवं रौबदार व्यक्ति की छवि मन में उभरती है. लेकिन, कैमूर जिले के कुढ़नी थानाध्यक्ष दिवाकर के नाम से लोगों में डर के बजाये एक अलग मानवीय चेहरा सामने आ रहा है. इसका कारण है कि थानेदार क्षेत्र में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2018 1:55 PM

भभुआ : पुलिस का नाम जेहन में आते ही एक कड़क, दबंग एवं रौबदार व्यक्ति की छवि मन में उभरती है. लेकिन, कैमूर जिले के कुढ़नी थानाध्यक्ष दिवाकर के नाम से लोगों में डर के बजाये एक अलग मानवीय चेहरा सामने आ रहा है. इसका कारण है कि थानेदार क्षेत्र में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ स्थानीय गरीब बच्चों के लिए सुबह-शाम थाना परिसर में पाठशाला भी लगा रहे हैं. बच्चे उनसे बिना किसी डर के मन लगा कर पढ़ाई कर रहे हैं.

थानेदार दिवाकर अपनी ड‍्यूटी से बचनेवाले समय में गरीब बच्चों को पढ़ा कर उनका भविष्य संवारने में जुटे हुए हैं. इसके लिए वह बच्चों के अभिभावकों से कोई फीस भी नहीं लेते. साथ ही पढ़ने-लिखने की सामग्री खरीदने में असमर्थ बच्चों को अपने वेतन के पैसे से किताब, कॉपी, स्लेट, पेंसिल व कलम तक खरीद कर वितरित करते हैं. आज हालत यह कि कुढ़नी का थाना अपराध पर लगाम लगाने के साथ-साथ वहां के गरीब बच्चों के लिए पाठशाला बना हुआ है.

केस कम आने से आयी सोच

कुढ़नी थाने एक माह में औसतन दो केस दर्ज होते हैं. ऐसे में थानेदार दिवाकर के मन में अपने खाली समय में बच्चों को पढ़ाने की सोच आयी. उन्होंने बताया कि उनके पिता भी छोटे-मोटे किसान थे और उन्होंने काफी संघर्ष कर नौकरी हासिल की. पाठशाला में बच्चों को भी कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित करता हूं.

पाठशाला में आ रहे 20 से 25 बच्चे

थानेदार दिवाकर की पाठशाला में प्रतिदिन 20 से 25 बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं. वह सुबह-शाम दो घंटे तक बच्चों को पढ़ाते हैं. दीवाकर कहते हैं कि बच्चे उनसे मौज-मस्ती के साथ पढ़ाई करते हैं. उनकी बच्चों को पढ़ाने की इच्छा को और बल तब मिलता है जब जिले की एसपी हरप्रीत कौर गरीबों की सेवा के लिए लगभग हर महीने नक्सल प्रभावित अधौरा, चैनपुर, रामपुर में जा कर बच्चों के बीच पठन-पाठन की सामग्री बांटती हैं.

2009 बैच के सब इंस्पेक्टर हैं दिवाकर

थानेदार दीवाकर 2009 बैच के सब इंस्पेक्टर हैं. वह 2013 में कैमूर जिले में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हुए. 31 अगस्त, 2017 को उन्हें पहली बार कुढ़नी के थानेदार के पद पर तैनात किया गया.

एसपी ने की सराहना

कैमूर के एसपी हरप्रीत कौर ने कुढ़नी थानेदार दिवाकर के काम की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि ड्यूटी से इतर बहुत कम लोग ही समाज सेवा के लिए समय निकाल पाते हैं. थानेदार दीवाकर तो गरीब बच्चों को पढ़ा कर देश का भविष्य संवार रहे हैं, जिसका कोई मोल नहीं है.

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