इस बार लखनऊ के नवाबी कुर्ते से चढ़ेगा होली का खुमार
होली को लेकर बढ़ी भीड़ बाजार में पैर रखने की जगह नहीं भभुआ सदर : रंगों के त्योहार होली आने में अब कुछ दिन ही शेष है. लगभग हर बाजार में होली का रंग चढ़ चुका है. इस बार होली के लिए बाजार में कई तरह की पिचकारियां और रंगों की वैराइटी देखने को मिल […]
होली को लेकर बढ़ी भीड़ बाजार में पैर रखने की जगह नहीं
भभुआ सदर : रंगों के त्योहार होली आने में अब कुछ दिन ही शेष है. लगभग हर बाजार में होली का रंग चढ़ चुका है. इस बार होली के लिए बाजार में कई तरह की पिचकारियां और रंगों की वैराइटी देखने को मिल रही है. एक ओर जहां बच्चों की पहली पसंद कार्टून कैरेक्टर वाली पिचकारियां एंग्री बर्ड, मोटू पतलू और छोटा भीम आदि मार्केट में छायी हुई है. वहीं, हर्बल कलर भी बाजार में आ गये हैं. इधर, होली पर नये कपड़े पहनने के चले आ रहे वर्षों के रिवाज को लेकर लोग कपड़े की खरीदारी में भी मशगूल हो गये हैं.
कपड़े के बाजार में इस बार होली को लेकर विशेष कलेक्शन दुकानदारों ने उतारा है. छोटे बच्चों से लेकर युवाओं की पसंद को देखते हुए कई बेहतरीन कुर्ता के कलेक्शन है. कुर्ते के साथ मोदी बंडी ने भी अपनी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज करा रखी है. इस तरह के कुर्ते न काफी महंगें है न ही बहुत सस्ते. इस बार कुर्ते में सबसे ज्यादा लखनऊ का कुर्ता और पाजामा सबकी पहली पसंद बनी हुई है. लखनऊ के कुर्ते व पैजामे सात सौ रुपये लेकर दो हजार तक शहर के बाजार में उपलब्ध है. कम कीमत पर इस बार बाजार में कपड़ों की बेहतरीन रेंज से ग्राहक खुश हैं. दुकानदार अमन गर्ग ने बताया कि कैजुअल वियर में धोती व कुर्ता भी काफी पंसद किया जा रहा है.
बाजार में चाइनीज पिचकारियों की भरमार
शहर के बाजारों में इस बार भी चीनी पिचकारियों और स्प्रिंकल्स की भरमार है. तरह-तरह की वेराइटी होने की वजह से इसी का बाजार में डिमांड भी हैं. इस वर्ष होली में हर्बल रंगों की कीमत आठ से 10 प्रतिशत तक बढ़ी है. केमिकल वाले रंगों की कीमत में भी कुछ प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
प्राकृतिक रंग बन रहा पहली पसंद
एकता चौक पर दुकान खोले रंग विक्रेता राजू ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से प्राकृतिक रंगों की मांग 60 प्रतिशत तक बढ़ गयी है. कुछ ही लोग केमिकल रंगों की मांग करते हैं. इन दिनों लोगों की मांग को देख कर दुकानदार भी हर्बल कलर की वैराइटी अपनी दुकान में रखना पसंद कर रहे हैं.