भूखे-प्यासे कमरे में बंद कर बेरहमी से की गयी पिटाई, हालत गंभीर

बंधक बनाये जाने की सूचना पर चेनारी पुलिस ने महिला को ससुराल पहुंच कराया मुक्त दो लाख रुपये व बाइक के लिए ससुरालवालों ने की महिला को जान से मारने की कोशिश अचेतावस्था में महिला को सदर अस्पताल में चल रहा इलाज भभुआ सदर : एक तरफ जहां बिहार की नीतीश सरकार सूबे में दहेज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 7, 2018 4:57 AM

बंधक बनाये जाने की सूचना पर चेनारी पुलिस ने महिला को ससुराल पहुंच कराया मुक्त

दो लाख रुपये व बाइक के लिए ससुरालवालों ने की महिला को जान से मारने की कोशिश
अचेतावस्था में महिला को सदर अस्पताल में चल रहा इलाज
भभुआ सदर : एक तरफ जहां बिहार की नीतीश सरकार सूबे में दहेज के खिलाफ अभियान चला रही है. लेकिन, दहेज के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान का असर शायद जनमानस के मत्थे नहीं पड़ रहा है और अबलाएं दहेज की खातिर आये दिन इसकी शिकार हो रही हैं. ताजातरीन मामला एक महिला को दहेज की खातिर ससुराल वालों द्वारा घर में बंधक बना कर बुरी तरह से पीटे जाने का है. ससुरालवालों के उत्पीड़न व मारपीट की शिकार हुई महिला ने जब शादी के बाद दहेज में दो लाख रुपये नकद, बाइक व सोने की चेन नहीं ला पायी, तो उसे कमरे में बंद कर जान से मारने की कोशिश भी की गयी.
इस मामले में मिली सूचना पर रोहतास जिले के चेनारी थाने की पुलिस महिला की ससुराल पहुंच गयी और महिला को मुक्त करा कर उसे मायकेवालों को सौंप दिया. इसके बाद परिजन महिला को गंभीर हालत में इलाज कराने सदर अस्पताल लेकर आये. यहां उसका इलाज बेहोशी की हालत में चल रहा है. इस मामले को लेकर पीड़ित महिला और सोनहन थाना के सेमरा गांव निवासी विमलेश्वर मिश्रा की बेटी नेहा देवी ने पति शुभम तिवारी, सास रीता कुंअर, देवर पीयूष तिवारी, ननद मंजू देवी, नंदोई सुनील उपाध्याय के खिलाफ दहेज प्रताड़ना के मामले में प्राथमिकी का आवेदन दिया है.
महिला थाने को दिये आवेदन में पीड़िता द्वारा बताया गया है कि उसकी शादी नौ दिसंबर 2016 को रोहतास जिले के चेनारी थाना अंतर्गत पलौंधा गांव निवासी शुभम तिवारी से हुई थी. उस समय पीड़िता के पिता द्वारा अपने खेत गिरवी रख कर छह लाख रुपये खर्च कर धूमधाम से उसकी शादी की गयी थी. शादी के कुछ दिन बाद तक सब कुछ ठीक ठाक रहा. लेकिन, लगभग दो महीने के बाद उसके पति व ससुराल वालों द्वारा उससे अपने मायके से दो लाख रुपये की सोने की चेन व बाइक मांग कर लाने को कहा गया. उसने उक्त सामान देने में अपने पिता को असमर्थ बताया, तो पति व ससुराल के अन्य लोग उसकी बेरहमी से पिटाई करने लगे. इतना कि उसे भूखे-प्यासे एक कमरे में बंद कर उसकी पिटाई की जाती रही. इस बीच होली के त्योहार पर जब उसकी बहन दिव्या मिश्रा उसके ससुराल मिलने पहुंची, तो पता चला कि दो फरवरी यानी होली के दिन से ही उसे ससुराल वालों द्वारा मारपीट कर कमरे में बंद कर दिया गया है. बहन को कमरे में बंधक बना कर पीटे जाने से आहत छोटी बहन ने तत्काल इसकी शिकायत अपने पिता से की. सूचना पर महिला के पिता चेनारी थाने पहुंचे और बेटी के साथ हो रहे अत्याचार के बाबत बताते हुए बेटी को बचाने की गुहार लगायी. पिता की शिकायत पर सोमवार को चेनारी थाने की पुलिस पलौंधा गांव पहुंची और कमरे में बंधक व अचेत पड़ी महिला को ससुरालवालों के चंगुल से मुक्त कराया. मुक्त कराये जाने के बाद अचेत पड़ी महिला को लेकर पिता सदर अस्पताल ले आये. यहां भर्ती कर महिला का इलाज चल रहा है.
मामले को लेकर महिला थानाध्यक्ष कुमारी अंचला ने बताया कि पीड़िता द्वारा दिये गये आवेदन के आधार पर मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद आरोपियों पर कार्रवाई होगी.
बंधक बनाये जाने की सूचना पर चेनारी पुलिस ने महिला को ससुराल पहुंच कराया मुक्त

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