बिहार उपचुनाव : भभुआ-जहानाबाद में सीएम की सभाएं, कहा, शराबबंदी के बाद वही लोग बोल रहे हैं, जो धंधेबाज हैं

भभुआ कार्यालय : जो लोग शराबबंदी के समर्थन में बनी मानव शृंखला में हमारे साथ खड़े थे, वही लोग आज शराबबंदी के खिलाफ बोल रहे हैं और शराबबंदी के खिलाफ वही लोग बोल रहे हैं जो शराब के धंधेबाज हैं. हमारी प्रतिबद्धता लोगों की सेवा है. लेकिन, उनलोगों की प्रतिबद्धता मेवा पाने की है. ये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2018 5:48 AM
भभुआ कार्यालय : जो लोग शराबबंदी के समर्थन में बनी मानव शृंखला में हमारे साथ खड़े थे, वही लोग आज शराबबंदी के खिलाफ बोल रहे हैं और शराबबंदी के खिलाफ वही लोग बोल रहे हैं जो शराब के धंधेबाज हैं. हमारी प्रतिबद्धता लोगों की सेवा है.
लेकिन, उनलोगों की प्रतिबद्धता मेवा पाने की है. ये बातें गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भभुआ जगजीवन स्टेडियम में भभुआ विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी रिंकी रानी पांडेय के पक्ष में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कही.
सभा के दौरान नीतीश कुमार ने उपस्थिति भीड़ से पूछ कर भाजपा प्रत्याशी रिंकी रानी पांडेय के आंचल में माला डालते हुए कहा कि आप के कहने पर हमने इन्हें जीत की माला डाल दी है. अब आपकी जवाबदेही है कि इन्हें जिताएं.
काम के आधार वोट : सीएम ने कहा, लगभग 45 मिनट के अपने भाषण में शराबबंदी, विकास एवं महागठबंधन से अलग होने सहित सभी मुद्दों पर राजद व कांग्रेस को घेरा.हम काम करने में विश्वास करते हैं और कुछ लोग तकरार करने में. 12 साल में मैंने लोगों को लड़ाया नहीं, बल्कि समाज में सौहार्द एवं शांति स्थापित किया है. हमने अपने शासनकाल में न्याय के साथ विकास किया है.
बिहार के हर इलाके व हर समाज में विकास हुआ, यहीं हमारा लक्ष्य है और इसी को ध्यान में रखकर हम विकास कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम आज अपने काम के आधार पर वोट मांगने आये हैं.
विकास के साथ समाज सुधार की दिशा में भी हो रहा कार्य
नीतीश कुमार ने कहा कि हमारी सरकार विकास के साथ-साथ समाज सुधार की दिशा में भी कार्य कर रही है. अगले चार सालों में हर घर में नल का जल इस साल के अंत तक हर घर में बिजली उपलब्ध करायी जायेगी. सिंचाई एवं पानी के साथ-साथ कृषि रोड मैप पर भी कार्य चल रहा है.
केंद्र में बैठे नरेंद्र मोदी का पूरा सहयोग मिल रहा है. हमारी सरकार लोगों के हितों में रोज नये फैसले ले रही है. विरोधी जिस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं उसका जवाब देना भी उचित नहीं है. रोज सोशल मीडिया पर नये-नये ट‍्वीट किये जा रहे हैं.
आरक्षण के मसले पर सीएम ने कहा कि 15 साल मौका मिला तो कोई काम नहीं किया. आज लोगों को गुमराह कर रहे हैं. 15 सालों के शासन में किसी को आरक्षण नहीं दिया.
आज पंचायत से लेकर नगर निकाय के चुनाव में हमारी सरकार ने आरक्षण दिया है. महिलाओं को 50% आरक्षण दिया जा रहा है. अल्पसंख्यक समाज के लिए हमारी सरकार से ज्यादा किसी ने काम नहीं किया. जो लोग गुमराह करने का काम कर रहे हैं, उनके भ्रमजाल में मत फंसियेगा. कुछ लोगों का काम सिर्फ चुनाव लड़ना है और चुनाव के वक्त समाज में झंझट पैदा करना है. ऐसे लोगों से बचकर रहना है.
सभा में सभा में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय सहित कई मंत्री व विधायक ने एनडीए के प्रत्याशी रिंकी रानी पांडेय के लिए वोट मांगा. सभा में लोजपा सांसद रामचंद्र पासवान, सत्यानंद शर्मा, अवधेश नारायण सिंह, भगवान सिंह कुशवाहा, राजेश्वर राज सहित कई लोग मौजूद रहे.
राजद को उम्मीदवार नहीं मिला तो कांग्रेस को दे दी भभुआ सीट
सीएम ने कहा कि जब राजद को भभुआ सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं मिला तो उसने यह सीट कांग्रेस को दे दी. राजद व कांग्रेस चाहे जितना भी जोर लगा लें, कुछ हासिल होनेवाला नहीं है. कांग्रेसवालों का कोई ठिकाना नहीं है.
पार्टी में खलबली मची हुई है. उन्होंने कहा कि इनलोगों को साथ चलने की बहुत कोशिश की, पर जब मैं इनके दबाव में नहीं आया और साथ चलना मुश्किल हो गया तो अलग होना पड़ा.
किसी को कोई नहीं फंसाता, गड़बड़ी करेंगे तो फंसेंगे ही
जहानाबाद/रतनी : किसी को फंसाने से कोई नहीं फंसता है, बल्कि गड़बड़ी करेंगे तो फंसना तय है. उक्त बातें सीएम नीतीश कुमार ने नेहालपुर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहीं.
उन्होंने कहा कि सत्ता मिलती है काम करने के लिए, न कि धन संग्रह करने के लिए. धन संग्रह करिएगा तो फंसना तय है. इसके लिए दूसरे पर दोषारोपण करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि मैंने न्याय के साथ बिहार के विकास का काम किया है. साथ ही राज्य में कानून का राज स्थापित किया है.
उन्होंने लालू प्रसाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में पति-पत्नी मिलकर 15 सालों तक राज किया. पत्नी बिहार की मुख्यमंत्री थी और पति केंद्रीय मंत्री थे. अगर वे चाहते तो बिहार के विकास के लिए बहुत कुछ कर सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया का जमाना आ गया है.
लोग कुछ-न-कुछ बोलते रहते हैं, लेकिन हम उस ओर ध्यान भी नहीं देते. उन्होंने कहा कि मैंने महादलितों के लिए बहुत कुछ किया लेकिन आज लोग महादलित के चेहरे बनने के लिए व्याकुल हैं.

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