तीन साल बाद छात्र-छात्राओं ने चखा एमडीएम का स्वाद
शुद्ध पेयजल की समस्या से बंद था मध्याह्न भोजन भभुआ नगर : जिलाधिकारी राजेश्वर प्रसाद सिंह की पहल पर सदर प्रखंड के दो विद्यालयों में भी एमडीएम का संचालन सुचारु ढंग से शुरू हो चुका है. इससे शिक्षकों सहित छात्र-छात्राओं में काफी खुशी है. एमडीएम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, भभुआ प्रखंड के मध्य […]
शुद्ध पेयजल की समस्या से बंद था मध्याह्न भोजन
भभुआ नगर : जिलाधिकारी राजेश्वर प्रसाद सिंह की पहल पर सदर प्रखंड के दो विद्यालयों में भी एमडीएम का संचालन सुचारु ढंग से शुरू हो चुका है. इससे शिक्षकों सहित छात्र-छात्राओं में काफी खुशी है. एमडीएम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, भभुआ प्रखंड के मध्य विद्यालय कमता में शुद्ध पेयजल की समस्या लगातार तीन वर्षों से बरकरार थी. इसे लेकर विभाग से कई बार बोरिंग भी करायी गयी. इसके बावजूद स्कूल परिसर के समीप बोरिंग के बाद भी खारा पानी ही निकला.
इस समस्या को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित शिक्षा विभाग की होनेवाली मासिक बैठकों में भी डीएम के समक्ष यह मुद्दा उठा. वहीं, मध्य विद्यालय कोरी में भी पेयजल की समस्या की वजह से विगत एक वर्ष से मध्याह्न भोजन बंद था. ऐसे में स्कूल में बच्चों की उपस्थिति पर भी असर पड़ रहा था. इसके बाद डीएम ने इस पर पहल करते हुए विभागीय अधिकारियों के साथ वार्ता कर इस समस्या का समाधान आखिरकार निकाल लिया.
25 विद्यालयों में एनजीओ से भोजन की सप्लाई : जिले में फिलहाल 1203 विद्यालयों में एमडीएम योजना संचालित है. इसमें भभुआ अनुमंडल के 25, तो मोहनिया अनुमंडल के 13 विद्यालयों में एनजीओ के माध्यम से भोजन की सप्लाई होती है. अन्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापक की देखरेख में रसोइयों के माध्यम से एमडीएम बनता है. पेयजल की समस्या के बाद उपरोक्त दोनों विद्यालयों में एनजीओ द्वारा भोजन और शुद्ध पेयजल की सप्लाई की जाने लगी है.