साढ़े पांच करोड़ पड़े हैं खाते में पर स्कूलों को नहीं मिले रुपये
डीपीओ ने कहा, शीघ्र जारी की जायेगी राशि भभुआ नगर : शिक्षा विभाग के कामकाज को लेकर अक्सर सवाल खड़े होते हैं. लेटलतीफी की वजह से कई योजनाओं का काम ससमय पूरा नहीं हो पाता. अधिकारी इसमें कर्मियों की कमी की भी बात कहते हैं. नया मामला जिले के प्लस टू व हाईस्कूलों में बेंच-डेस्क […]
डीपीओ ने कहा, शीघ्र जारी की जायेगी राशि
भभुआ नगर : शिक्षा विभाग के कामकाज को लेकर अक्सर सवाल खड़े होते हैं. लेटलतीफी की वजह से कई योजनाओं का काम ससमय पूरा नहीं हो पाता. अधिकारी इसमें कर्मियों की कमी की भी बात कहते हैं. नया मामला जिले के प्लस टू व हाईस्कूलों में बेंच-डेस्क व प्रयोगशाला से जुड़े उपकरण की खरीदारी को लेकर है. इस मद में जिले को राज्यस्तर से साढ़े पांच करोड़ रुपये का आवंटन प्राप्त हो चुका है. वहीं, मार्च में ट्रेजरी से इसकी निकासी भी की जा चुकी है. इसके बावजूद अब तक स्कूलों में स्टूडेंट्स के बैठने की उत्तम व्यवस्था हेतु बेंच-डेस्क व प्रयोगशाला की बेहतरी के लिए जरूरी उपकरण की खरीदारी के लिए स्कूलों तक आवंटित रुपये नहीं पहुंच पाये हैं.
जबकि, कई स्कूलों में प्रयोगशाला संबंधी उपकरण नहीं होने से छात्र-छात्राओं में मायूसी है. वहीं, कई स्कूलों में प्रयोगशाला के औचित्य पर ही सवाल खड़ा हो चुका है. जिला लेखा व योजना विभाग से जारी किये जानेवाले रुपये को लेकर डीपीओ नीरज कुमार ने बताया कि स्कूलों के भौतिक सत्यापन के पश्चात ही रुपये रिलीज किये जायेंगे. यथाशीघ्र इसका निदान किया जायेगा.
लैब की स्थिति बदतर : जिले में पुराने 45 हाईस्कूल व विगत वर्षों में अपग्रेड किये गये 55 हाईस्कूलों में प्रयोगशाला संबंधी उपकरण का घोर अभाव है. कई स्कूलों में अब तक प्रयोगशाला शुरू भी नहीं हो पायी है. वहीं, जिन स्कूलों में लैब है. वहां जरूरी संसाधनों की भी कमी है. मैट्रिक व इंटर की परीक्षा में शामिल होनेवाले स्टूडेंट्स का कहना है कि लैब की व्यवस्था अच्छी नहीं होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
अपग्रेड स्कूलों को मिलेगा फायदा
बेंच-डेस्क व लैब की स्थिति बेहतर करने के उद्देश्य से जिले के अपग्रेड 45 हाईस्कूलों में बेंच-डेस्क के लिए पांच लाख रुपये दिये जायेंगे. वहीं, 39 प्लस टू स्कूलों में लैब की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए राशि जारी की जायेगी. वहीं, शेष 62 माध्यमिक विद्यालयों में तीन लाख रुपये प्रयोगशाला के लिए अलॉट किया गया है. निर्धारित राशि विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में भेजी जायेगी. जिस पर डिमांड के अनुसार, बेंच-डेस्क व लैब के उपकरण खरीदे जायेंगे. हालांकि, जारी राशि का अब तक स्कूलों में नहीं पहुंचना एक सवाल खड़ा करता है. विभागीय कर्मियों का कहना है कि सत्यापन का कार्य शुरू किया जा चुका है. जांच के बाद राशि रिलीज की जायेगी.
क्या कहते हैं अधिकारी
लैब के उपकरण व बेंच-डेस्क की खरीदारी के लिए आवंटन प्राप्त हो चुका है. जांचोपरांत शीघ्र रुपये रिलीज कर दिये जायेंगे.
नीरज कुमार, डीपीओ लेखा योजना