आंधी-पानी में उजड़ा आशियाना, डीएम से ग्रामीणों ने लगायी मदद की गुहार

ग्रामीणों ने कहा- घरों तक पहुंचने के लिए सड़क भी नहीं, खुले में कट रही जिंदगी कुदरा के कर्मा गांव के विस्थापित ग्रामीणों का मामला भभुआ नगर : हुजूर! सरकार ने जमीन तो उपलब्ध करा दी, लेकिन, अब तक रहने के लिए घर नसीब नहीं हुआ, वहीं बीते 31 मई को तेज आंधी-पानी के दौरान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2018 5:39 AM

ग्रामीणों ने कहा- घरों तक पहुंचने के लिए सड़क भी नहीं, खुले में कट रही जिंदगी

कुदरा के कर्मा गांव के विस्थापित ग्रामीणों का मामला
भभुआ नगर : हुजूर! सरकार ने जमीन तो उपलब्ध करा दी, लेकिन, अब तक रहने के लिए घर नसीब नहीं हुआ, वहीं बीते 31 मई को तेज आंधी-पानी के दौरान अस्थायी तौर पर बना आशियाना भी उजड़ गया है. इस वजह से 25 से अधिक परिवार खुले में गुजर बसर करने को विवश हैं. अपनी इन समस्याओं को लेकर सोमवार को कुदरा के कर्मा गांव में विस्थापित किये गये ग्रामीण डीएम से मदद की गुहार लगाने कलेक्ट्रेट पहुंचे. इस बारे में मुन्ना कहार, विमिलेश साह, संजय कहार, नाजिर साह, कमलेश साह आदि ने बताया कि हमलोगों को प्रशासन द्वारा जमीन उपलब्ध करायी गयी है, जहां हमलोग अपने परिवार के साथ मिट्टी और फुस का घर बना कर किसी तरह जीवनयापन कर रहे थे. लेकिन, बीते दिनों तेज आंधी और बारिश की वजह से हमारा अस्थायी मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया.
इस वजह से हम काफी परेशान हैं.
अब तक नहीं बना रास्ता : हमलोगों को पहले प्रशासन द्वारा कई प्रकार का आश्वासन भी मिला था. लेकिन, अब तक घरों तक पहुंचने के लिए सड़क का निर्माण भी नहीं कराया गया. पेयजल की भी कोई सुविधा नहीं है. इस बारे में जब अंचलाधिकारी से बात की गयी, तो उन्होंने कहा कि शीघ्र ही समस्याओं का निदान कर दिया जायेगा. लेकिन, अब तक काम नहीं हुआ. ग्रामीणों ने डीएम से आवास योजना के तहत आवास उपलब्ध कराने और सड़क सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को यथाशीघ्र दिलवाने की मांग की है.

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