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कैमूर : मौसी ने ही सगी बहन के दूधमुंहे बेटे को एक माह से चुरा रखा था, मोतिहारी से बच्चा बरामद

भभुआ : एक माह पूर्व चैनपुर थाने के रघुबीरगढ़ गांव से अंजू देवी के चोरी हुए पांच माह के दूधमुंहे बेटे को भभुआ पुलिस ने मोतिहारी से बरामद कर लिया है. बच्चे की चोरी उसकी सगी मौसी मंजू देवी ने ही की थी. पुलिस ने मंजू देवी की निशानदेही पर मोतिहारी पुलिस की मदद से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2018 6:33 PM

भभुआ : एक माह पूर्व चैनपुर थाने के रघुबीरगढ़ गांव से अंजू देवी के चोरी हुए पांच माह के दूधमुंहे बेटे को भभुआ पुलिस ने मोतिहारी से बरामद कर लिया है. बच्चे की चोरी उसकी सगी मौसी मंजू देवी ने ही की थी. पुलिस ने मंजू देवी की निशानदेही पर मोतिहारी पुलिस की मदद से बच्चे को बरामद कर लिया. पुलिस ने बच्चे की चोरी करनेवाली मंजू देवी को भी गिरफ्तार कर लिया है. मंजू देवी ने पुलिस को बताया कि उसके पहले पति द्वारा उसका बच्चा उसे नहीं दिये जाने के कारण उसने अपनी बहन के बच्चे को अपना बेटा बना कर रखने के लिए चोरी की.

दरअसल, 13 मई को अंजू देवी अपने दोनों बेटे पांच माह के गुंजन और ढाई साल के शुभम के साथ रघुबीरगढ़ से भभुआ एक निजी अस्पताल में इलाज कराने आयी थी. इसी दौरान उसकी मुलाकात अपनी सगी बहन मंजू देवी से हो गयी. मंजू देवी पटना के एक फैक्टरी में काम करती थी. मंजू ने सगी बहन अंजू को पटना घूमने के लिए साथ चलने को कहा. अंजू जब अपने दोनों बच्चों के साथ पटना जाने के लिए मोहनिया स्टेशन पर पहुंची, तो मंजू पांच माह के गुंजन को खेलाने के बहाने अपनी गोद में ले लिया. इसी दौरान अंजू देवी के मोबाइल पर उसके पति का फोन आ गया. इस बीच मौका पा कर उसकी बहन बच्चे को लेकर ट्रेन में बैठ कर भाग खड़ी हुई.

इधर, अंजू ने पति सत्य प्रकाश राम को बच्चे की चोरी होने की घटना की जानकारी दी. लेकिन, पति के डर से उसने सगी बहन मंजू द्वारा बच्चे की चोरी किये जाने की घटना को छिपा ली और एक झूठी कहानी गढ़ते हुए कहा कि जब वह भभुआ एक निजी अस्पताल में आयी थी, तो दो महिलाएं आयीं और हमसे पूछा कि तुम्हे कहां जाना है. उसने जब अपने मायके मुंडेश्वरी के रामगढ़ जाने की बात कही, तो मारुति में सवार महिलाओं ने बताया गया कि वह भी मुंडेश्वरी चल रही है. वे उसके साथ गाड़ी में चल चले. इस बात पर अंजू उस गाड़ी में बैठ गयी. दोनों अज्ञात महिला उसे लेकर मोहनिया स्टेशन गयी और वहां से बच्चा चुरा कर फरार हो गयी. अंजू के पति द्वारा मामले की जानकारी भभुआ थाने में दी गयी और अज्ञात महिला द्वारा बच्चे को अगवा किये जाने की प्राथमिकी दर्ज करायी.

सख्ती से पूछताछ पर खुला राज

एसडीपीओ अजय प्रसाद ने बताया कि जब मामले की गहनता से जांच की गयी, तो पता चला कि अंजू के साथ मोहनिया स्टेशन तक जानेवाली महिला कोई और नहीं उसकी सगी बहन मंजू देवी है. दोनों बहनों के बीच लगातार फोन पर बातचीत का रिकॉर्ड निकाला गया. शक के आधार पर पुलिस ने जब मंजू देवी को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, तो बच्चा चुरानेवाली सगी मौसी मंजू देवी ने बताया कि उसकी पहली शादी से एक बच्चा था. लेकिन, पति ने उसे छोड़ दिया और बच्चा अपने पास रख लिया. फिर उसने मोतिहारी के फेनारा थानांतर्गत कालीपाकड़ के रहनेवाले एक युवक के साथ शादी कर ली. लेकिन, वह बंध्याकरण करा चुकी थी. इसलिए दूसरी शादी के बाद कोई बच्चा नहीं हो सकता था. लेकिन, वह दूसरी शादी के बाद बच्चा रखने की लालच में अपनी सगी बहन अंजू देवी के पांच माह के बच्चे को चुराया. पुलिस मंजू देवी की निशानदेही पर मोतिहारी पुलिस की मदद से मंगलवार को मोतिहारी जिले के फेनारा थानांतर्गत कालुपाकड़ से बच्चे को बरामद कर लिया.

माता-पिता को दी बच्चे की बरामदगी की सूचना

कैमूर पुलिस बच्चे को बरामद करने के बाद उसे मोतिहारी से लेकर भभुआ आ रही है. इधर, बच्चे की मां अंजू देवी और पिता सत्य प्रकाश राम को बच्चे की बरामदगी की सूचना दे दी गयी है. पूरे मामले के उद‍्भेदन में भभुआ थाना के सब इंस्पेक्टर अमित कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही. बच्चे की बरामदगी के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है.

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