ईंट की जगह मिट्टी डाल 1, 84, 608 रुपये डकारे
भोखरी पंचायत के गौरा गांव में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना का हाल मोहनिया सदर : मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना कुछ पंचायत सचिवों के लिए कुबेर के खजाना से कम नहीं है. इस खजाने में से जितना मन उतनी राशि अवैध तरीके से लूटते रहो, कोई पूछनेवाला नहीं है. इस तरह का मामला मोहनिया की भोखरी […]
भोखरी पंचायत के गौरा गांव में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना का हाल
मोहनिया सदर : मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना कुछ पंचायत सचिवों के लिए कुबेर के खजाना से कम नहीं है. इस खजाने में से जितना मन उतनी राशि अवैध तरीके से लूटते रहो, कोई पूछनेवाला नहीं है. इस तरह का मामला मोहनिया की भोखरी पंचायत का है.
भोखरी पंचायत के गौरा गांव में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना अंतर्गत गौरा मेन रोड से त्रिभुवन सिंह के घर तक 400 फुट ईंटीकरण कर पथ का निर्माण कराना था.
लेकिन, पंचायत सचिव अनिल कुमार सिंह ने सभी नियमों को ताक पर रखते हुए सिर्फ मिट्टीकरण करवा कर योजना के 1,84,608 रुपये की निकासी अवैध तरीके से कर लिया और अब तक वह पथ मिट्टी का ही रह गया. उल्लेखनीय है कि योजना संख्या 02/ 2017-18 की यह योजना है. पिछले साल बरसात से पहले ही पंचायत सचिव ने कागज पर योजना को पूरा दिखा कर राशि की निकासी कर ली थी.
प्रखंड कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना ग्राम पंचायत भोखरी मासिक प्रतिवेदन मई 2018 में स्पष्ट तौर पर यह उल्लेख किया गया है कि गौरा मेन रोड से त्रिभुवन सिंह के घर तक 400×3 ईंटीकरण का कार्य पूर्ण है. इसकी लागत 1,84,608 रुपये दिखायी गयी है.
सबसे बड़ी विडंबना तो यह है कि ईंटीकरण की बजाय मिट्टीकरण करा कर ही राशि को डकार लिया गया और इसकी भनक तक प्रखंड प्रशासन को नहीं लगी. यदि इसकी जानकारी हुई भी होगी ,तो उस समय के बीडीओ अरुण सिंह ने इस तरह से वित्तीय अनियमितता करने वाले पंचायत सचिव पर कार्रवाई करते हुए राशि की रिकवरी क्यों नहीं कराया. इस पूरे मामले को देखने से साफतौर पर स्पष्ट हो रहा है कि प्रखंड में चल रही योजनाओं की राशि का बंदरबाट हो रहा है.
बताया जाता है कि उक्त पंचायत सचिव ने चौरसिया में दो तरफ से पीसीसी ढलाई कराने के बाद बीच में खाली छोड़ कर राशि की निकासी भी कर ली थी और इतना ही नहीं मुखिया व पंचायत सचिव ने मिल कर योजना का बोर्ड ईंट के सहारे दिखावे के लिए खड़ा किया और इसके बाद तुरंत बोर्ड को स्थल से उठा ले गये थे.
इसको प्रभात खबर ने उजागर किया था. इसके बाद अपना गला फंसते देख इन लोगों ने पीसीसी निर्माण का अधूरा कार्य पूरा करवाया था. इस मामले में जब पंचायत सचिव अनिल कुमार सिंह के मोबाइल नंबर 9546335400 पर संपर्क कर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गयी, तो उन्होंने मामले को सुनते ही फोन काट दिया और उसके बाद कई बार मोबाइल की रिंग बजी, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया
बोले बीडीसी
इसकी जानकारी देते हुए भोखरी पंचायत के बीडीसी रामटहल सिंह ने बताया कि उक्त पथ का ईंटीकरण करना था. लेकिन, पंचायत सचिव ने मिट्टीकरण कर कागज पर योजना को पूर्ण दिखा कर 184608 रुपये की निकासी कर ली है. जबकि, सात निश्चय योजना में गली या सड़क की सिर्फ लेबलिंग करने के लिए ही मिट्टी का प्रयोग किया जा सकता है. हमसे पंचायत सचिव ने कहा था कि यह मनरेगा से हुआ है. जबकि, सात निश्चय योजना की रिपोर्ट में इसका उल्लेख है. हमने पूर्व बीडीओ से भी इस मामले की शिकायत की थी.
बोले एसडीएम
इस संबंध में एसडीएम शिव कुमार राउत ने बताया कि हमको इसकी जानकारी नहीं है. इस पूरे मामले की जांच करायी जायेगी. इस मामले में दोषी पर विधि सम्मत कार्रवाई के लिए डीएम को लिखा जायेगा.