भभुआ : पूर्व विधायक से दुर्व्यवहार तो पोस्टमार्टम के वसूले पैसे

सदर अस्पताल का खेल मरीज के परिजनों ने पूर्व विधायक सहित अन्य लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने का लगाया आरोप भभुआ सदर : सदर अस्पताल में शव लेकर आये परिजनों से पोस्टमार्टम के लिये पैसे मांगे जाने पर रोक नहीं लग पा रही है. एक बार फिर सोमवार को जब मोहनिया से सड़क दुर्घटना के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2018 12:58 AM
सदर अस्पताल का खेल
मरीज के परिजनों ने पूर्व विधायक सहित अन्य लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने का लगाया आरोप
भभुआ सदर : सदर अस्पताल में शव लेकर आये परिजनों से पोस्टमार्टम के लिये पैसे मांगे जाने पर रोक नहीं लग पा रही है. एक बार फिर सोमवार को जब मोहनिया से सड़क दुर्घटना के शिकार होकर जान गंवानेवाले दो लोगों के शवों को लेकर परिजन अस्पताल पहुंचे, तो यहां इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर द्वारा उन्हें कमरे से निकल जाने को कहा.
परिजनों का आरोप था कि उनके साथ मौजूद मोहनिया के पूर्व विधायक शिवाधार पासवान ने जब डॉक्टर को अपना परिचय दिया, तो वह पूर्व विधायक के साथ दुर्व्यवहार पर उतर आये और उन्हें भी कमरे से निकलने को कह दिया.
उधर, जब सभी लोग पोस्टमार्टम करनेवाले कर्मी से मिले, तो उसने छूटते ही प्रति शव एक हजार रुपये लेने के बाद ही पोस्टमार्टम करने का फरमान सुना दिया. हालांकि, इस दौरान जब परिजन कर्मी से दोनों मृतक के गरीब होने की बात कही, तो वह एक हजार में दोनों शवों का पोस्टमार्टम करने को तैयार हुआ. लेकिन, परिजनों ने उसे 500 रुपये ही दिये.
500 रुपये लेने के बाद कर्मी ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कर दिया. शवों के साथ आये लोगों का कहना था कि सदर अस्पताल कहने को सरकारी है. लेकिन, यहां आकर पता चलता है कि यहां शवों के साथ भी खुलेआम सौदा किया जाता है. पैसा देकर सौदा पटा तो ठीक नहीं तो फिर काटते रहिए. आप अस्पताल का चक्कर लगाते रह जाइएगा, लेकिन, यहां कोई सुनने वाला नहीं है.
पैसे नइखे मिलत त का करेके
शवों का पोस्टमार्टम करने में पैसे मांगने के बारे में जब अस्पताल के पोस्टमार्टम कर्मी से पूछा गया. तो उसने बताया कि उसे अस्पताल प्रबंधन द्वारा मार्च महीने से पैसे नहीं दिये जा रहे है. अब सरकार पैसा नहीं देगी. तो फिर पेट क्या भगवान भरोसे चलेगा.
उसका कहना था कि पैसे मांगने पर अस्पताल के अधिकारी खाता मांगते है. वैसे भी हर पोस्टमार्टम पर 500 रुपये अस्पताल प्रबंधन देने को तैयार हुआ था. लेकिन, वह भी घोषणा के बाद से अभी तक नहीं मिल पाया है.
अस्पताल प्रबंधन ने कर्मी से पैसा लौटवाया
इधर, जब इस घटना की जानकारी सदर अस्पताल के अधिकारियों को लगी तो वह मामले की गंभीरता को समझते हुए फौरन अस्पताल पहुंच गये और पैसे मांगे जाने के सवाल पर पोस्टमार्टम कर्मी को जबर्दस्त डांट फटकार लगायी और उससे पोस्टमार्टम के लिये दिये गये रुपये परिजनों को वापस लौटाया गया.
इस मामले में सीएस डॉ मिथलेश झा से पूछा गया तो उनका कहना था कि मामला उनके संज्ञान में भी आया है. जल्द ही इसकी जांच कर दोषी पाये जाने पर दुर्व्यवहार करनेवाले डॉक्टर व संबंधित कर्मी पर कार्रवाई की जायेगी.

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