शहर में 50 माइक्रोन के कम के पॉलीथिन पर लगा प्रतिबंध
प्लास्टिक को बैन करने के लिए नप सभागार में होटल, वाटिका संचालकों सहित कबाड़ी व जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक भभुआ सदर : आनेवाले समय में बिहार प्लास्टिक मुक्त राज्य घोषित होनेवाला है. इसके लिए सारी तैयारियां सरकार स्तर पर की जा रही है. नगर पर्षद भभुआ में भी पॉलीथिन बैन करने को लेकर तैयारियां […]
प्लास्टिक को बैन करने के लिए नप सभागार में होटल, वाटिका संचालकों सहित कबाड़ी व जनप्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक
भभुआ सदर : आनेवाले समय में बिहार प्लास्टिक मुक्त राज्य घोषित होनेवाला है. इसके लिए सारी तैयारियां सरकार स्तर पर की जा रही है. नगर पर्षद भभुआ में भी पॉलीथिन बैन करने को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है. भभुआ शहर को भी प्लास्टिक मुक्त करने को लेकर गुरुवार को नप सभागार में शहर के होटल, रेस्टोरेंट व विवाह घर चलानेवालों, कबाड़ी विक्रेता, पॉलीथिन विक्रेताओं और जन प्रतिनिधियों के साथ नप ईओ अनुभूति श्रीवास्तव और अध्यक्ष जैनेंद्र आर्य द्वारा बैठक की गयी.
बैठक के दौरान ईओ ने सभी से अपने शहर को पॉलीथिन मुक्त करने में सहयोग की अपील की गयी. बैठक के दौरान 50 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक के थैले व झोले सहित कैरी बैग के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दी गयी. अब से 50 माइक्रोन के कम के पॉलीथिन के प्रयोग या बेचने पर जुर्माना सहित कार्रवाई की जायेगी. शहर में वैसे थोक दुकानदार जो पॉलीथिन कैरी बैग बेचने का धंधा करते हैं, उनसे कहा गया कि वे सभी एक महीने के अंदर अपना-अपना स्टॉक किया पॉलीथिन खपा दे या बेच दें. नप ईओ ने ऐसे थोक प्लास्टिक दुकानदारों को 50 माइक्रोन से कम के प्लास्टिक के थैले या फिर हवा और पानी में जल्दी घुलनशील कपड़े के थैले बेचे.
बैठक के दौरान उपस्थित शहर में स्थित विवाह घर के संचालकों को ईओ ने कहा कि विवाह वाटिका में प्रत्येक आयोजन के बाद संचालक वाटिका से निकले कूड़े कचरे को एक जगह डस्टबीन में इक्ट्ठा करके रखेंगे और नप के सफाई कर्मी उनके यहां जायेंगे और उस कूड़े को वह कर्मी को दे देंगे. इसके बदले में नप वाटिका संचालकों से मेंटनेंस के तौर पर प्रत्येक आयोजन पर 400 रुपये लेगी. इसके अलावे होटल संचालक भी अपने यहां से निकले कूड़े को एक जगह इकट्ठा करेंगे और उनसे भी कूड़ा उठाने के एवज में नप एस्क्वायर फिट के अनुसार उनसे चार्ज लेगी. बैठक के दौरान मौजूद कबाड़ियों से भी पॉलीथिन क्रय करने पर चर्चा की गयी. कबाड़ियों का कहना था कि अगर फ्रेश पॉलीथिन होंगे तो वह ले लेंगे. लेकिन, खराब प्लास्टिक के क्रय के लिये उन्हें बाहर के कबाड़ी खरीदने वाले व्यापारियों से बात करने की बात कही. बैठक के दौरान यह भी चर्चा हुई कि नगर पर्षद के द्वारा घर-घर डस्टबीन दिया गया है,
जिससे निकले गीले व सूखे कूड़े को डंपिंग यार्ड पर लाया जायेगा और वहां कबाड़ी अपने जरूरत के सामान सूखे कूड़े से निकल कर उसका क्रय कर लेंगे. इसके अलावे शहर के वार्डों में साफ सफाई के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से एक कमेटी का भी इस दौरान गठन किया गया. जिसमें शामिल लोग वार्डो में घूम घूम कर लोगों को साफ सफाई के प्रति जागरूक करने का काम करेंगे.
सरकार पर्यावरण को लेकर सचेत
नप ईओ ने बताया कि बिहार सरकार पर्यावरण के लिए एकदम सचेत है और इसके लिए प्लास्टिक मुक्त बिहार बनाने का काम चल रहा है. मुख्य सचिव द्वारा हमलोगों को भी निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने नगर पर्षद क्षेत्र को एक महीने के अंदर पॉलीथिन मुक्त कर ले. ताकि, जब बिहार में पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगे. इसमें किसी को भी कोई परेशानी नहीं उठाना पड़े. गुरुवार को पॉलीथिन मुक्त शहर बनाने को लेकर हुए बैठक में सांसद प्रतिनिधि देवलाल पासवान, विधायक प्रतिनिधि प्यारे लाल ठाकुर, पूर्व जिलाध्यक्ष जदयू चंद्रप्रकाश आर्य, समाजसेवी बिरजू सिंह पटेल , उज्ज्वल पांडेय व अन्य मौजूद थे.