मोहनिया विहार होटल का हुआ अवधि विस्तार
भभुआ : मोहनिया में जिला पर्षद की संपत्ति निरीक्षण भवन सह एनेक्सी भवन में चल रहे मोहनिया विहार होटल को जिला पर्षद अध्यक्ष के बगैर अनुमोदन के ही और पांच वर्षों के लिए डीडीसी द्वारा मोहनिया विहार के संचालक जेपी गुप्ता को अवधि विस्तार दे दिया है. डीडीसी ने जिला पर्षद अध्यक्ष के पास अवधि […]
भभुआ : मोहनिया में जिला पर्षद की संपत्ति निरीक्षण भवन सह एनेक्सी भवन में चल रहे मोहनिया विहार होटल को जिला पर्षद अध्यक्ष के बगैर अनुमोदन के ही और पांच वर्षों के लिए डीडीसी द्वारा मोहनिया विहार के संचालक जेपी गुप्ता को अवधि विस्तार दे दिया है.
डीडीसी ने जिला पर्षद अध्यक्ष के पास अवधि विस्तार के अनुमोदन के लिए भेजी गयी फाइल मंगलवार तक नहीं लौटने पर अनुमोदन के प्रत्याशा में अवधि विस्तार कर दिया और रजिस्ट्री ऑफिस से नियम के मुताबिक और पांच वर्षों के लिए अवधि विस्तार करते हुए करार भी कर लिया गया.
इस अवधि विस्तार के बाद जेपी गुप्ता जिला पर्षद की प्रोपर्टी मोहनिया के एनेक्सी भवन में अब और अगले पांच वर्ष तक मोहनिया विहार होटल चला सकेंगे. नये करार के मुताबिक, मोहनिया विहार होटल का किराया 50 हजार से बढ़ा कर 55 हजार कर दिया गया है.
डीडीसी द्वारा एनेक्सी भवन का अगले पांच वर्षों के लिए बगैर जिला पर्षद के अनुमोदन के ही अवधि विस्तार किया जाना जिला पर्षद अध्यक्ष के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. डीडीसी ने 2014 में हुए करार का हवाला देते हुए अवधि विस्तार किया है. उन्होंने बताया है कि 2014 में हुए करार के मुताबिक मोहनिया विहार होटल के संचालक जेपी गुप्ता को एनेक्सी भवन 10 वर्षों के लिए बंदोबस्ती की गयी थी.
पांच वर्ष तक अगर किये गये करार का पालन किया जाता है, तो उन्हें पांच वर्षों के लिए उचित किराया में बढ़ोतरी कर नवीनीकरण किये जाने की बात लिखी गयी है. इसके आधार पर डीडीसी ने और पांच वर्षों के लिए एनेक्सी भवन मोहनिया विहार होटल के संचालक जेपी गुप्ता को अवधि विस्तार दे दिया है.
इधर, जिला पर्षद अध्यक्ष लगातार मोहनिया विहार होटल के संचालक को और पांच वर्षों के लिए अवधि विस्तार का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि मोहनिया विहार होटल के संचालक ने कई बार करार को तोड़ा है. ऐसे में मोहनिया एनेक्सी भवन की बंदोबस्ती के लिए ओपेने डाक कराया जाना चाहिए.
ताकि, जिला पर्षद के राजस्व में बढ़ोतरी हो. मोहनिया विहार होटल के संचालक पर पांच लाख रुपये प्रलोभन देने का भी उनके द्वारा आरोप लगाया गया है. वहीं, फाइल पर अनुमोदन नहीं देने के बाबत उनका कहना है कि मुझे चार दिनों पहले ही फाइल मिली है. एक महीने से फाइल मेरे पास पड़े होने की बात गलत है.
इधर, डीडीसी केपी गुप्ता ने बताया कि 2014 के करार के आधार पर एनेक्सी भवन को मोहनिया विहार होटल के संचालक जेपी गुप्ता को और पांच वर्षों के लिए बंदोबस्ती का अवधि विस्तार करते हुए नवीनीकरण किया गया है. जिला पर्षद अध्यक्ष के अनुमोदन के प्रत्याशा में अवधि विस्तार किया गया है.