नॉर्मल डिलिवरी के नाम पर गर्भवती को निजी अस्पताल ले गयी आशा
भभुआ सदर : सदर अस्पताल में इलाज के लिये आयी एक गर्भवती महिला को अस्पताल की एक आशा द्वारा नॉर्मल डिलिवरी कराने का झांसा देकर निजी अस्पताल में ले जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में गर्भवती महिला के पति रामगढ़ के विशुनपुरा गांव निवासी सत्येंद्र तिवारी ने अस्पताल उपाधीक्षक को झांसा देने […]
भभुआ सदर : सदर अस्पताल में इलाज के लिये आयी एक गर्भवती महिला को अस्पताल की एक आशा द्वारा नॉर्मल डिलिवरी कराने का झांसा देकर निजी अस्पताल में ले जाने का मामला सामने आया है.
इस मामले में गर्भवती महिला के पति रामगढ़ के विशुनपुरा गांव निवासी सत्येंद्र तिवारी ने अस्पताल उपाधीक्षक को झांसा देने वाली आशा पर कार्रवाई करने का आवेदन देकर बताया है कि उनकी पत्नी अंशु देवी को जब नौ मई को प्रसव पीड़ा हुई, तो उन्हें वह भभुआ सदर अस्पताल लेकर आये.
यहां आने पर अस्पताल की महिला डॉक्टर किरण सिंह ने क्रिटिकल केस देखकर महिला के पति को ऑपरेशन करवाने को कहा. महिला डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने गर्भवती पत्नी को सदर अस्पताल में ही भर्ती कराये रखा. 10 मई को उनकी पत्नी अस्पताल में टहल रही थीं.
इसी दौरान असराढ़ी की रहनेवाली और सदर अस्पताल की आशा ने बताया कि ऑपरेशन में बहुत झंझट है. इसलिए वह एक जान पहचान के निजी अस्पताल में नॉर्मल डिलिवरी करवा देगी. इसके बाद उक्त आशा महिला को लेकर शहर के एक होटल के नीचे खुले एक एक झोला छाप डॉक्टर के क्लिनिक में ले गयी. जहां, महिला को दो महिला नर्सों के भरोसे दिन भर रखा गया.
इस बीच उससे झोला छाप डॉक्टर के कर्मी द्वारा दो हजार रुपये भी जमा कर लिये गये और डिलिवरी पर और सात हजार खर्च आने की बात कही गयी. इसके बाद जब उसकी पत्नी की तबीयत और बिगड़ने लगी, तो वह अपनी पत्नी को आशा और झोला छाप डॉक्टर के चंगुल से निकलकर पुनः सदर अस्पताल ले आया, जहां, 11 मई को डॉ किरण सिंह ने महिला का सफल ऑपरेशन किया.
ऑपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा दोनों हैं स्वस्थ
इधर, सदर अस्पताल से आशा द्वारा मरीज को बहलाने और झांसा देने के सवाल पर डीएस डॉ विनोद कुमार सिंह का कहना था कि उन्हें फिलहाल आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है. अगर, बात सही है, तो उक्त आशा पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.